Loading election data...

विजयादशमी पर JNU में PM मोदी का रावणनुमा पुतला बना कर फूंका, विवाद बढ़ा

नयी दिल्ली : जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय एक बार फिर चर्चा में है. इस बार कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कुछ और लोगों का चेहरा मिलाकर एक पुतला जलाया है. इसमें अमित शाह, नाथूराम गोडसे, रामदेव सहित 9 चहरे शामिल किये गये हैं.एनएसयूअाइ ने इस घटना को गंभीरता से लेते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2016 8:30 AM

नयी दिल्ली : जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय एक बार फिर चर्चा में है. इस बार कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कुछ और लोगों का चेहरा मिलाकर एक पुतला जलाया है. इसमें अमित शाह, नाथूराम गोडसे, रामदेव सहित 9 चहरे शामिल किये गये हैं.एनएसयूअाइ ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए अपनी जेएनयू इकाई को नोटिस जारी किया है. एनएसयूआइ ने कहा है कि जेएनयू इकाई द्वारा नैतिक संहिता का उल्लंघन किया गया है.

जेएनयू में मोदी के जलाये गये पुतले का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो के वायरल होने के साथ ही यह मामला तूल पकड़ने लगा है. जेएनयू कैंपस में मोदी विरोधी नारे लगे.
वीडियो में कई तरह की बातें सुनाई दे रही है. एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान एनएसयूआई के एक छात्र ने कहा हम हमने झूठ और फरेब के रावण का पुतला फूंका है. मोदी जी ने जो वादे किये उसे पूरा नहीं किया. दलितों पर हमले बढ़ गये. हमने इसके लिए विजयादशमी का दिन इसलिए चुना क्योंकि इसी दिन बाबा साहब अंबेडकर ने नागपुर में बौद्ध धर्म अपनाया था.
एनएसयूआई के विरोध प्रदर्शन को एसएफआई ने भी समर्थन दिया है. वही भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी ने इसका विरोध किया है. इस घटना के बाद से जेएनयू एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. फरवरी में जेएनयू के लेफ्ट स्टूडेंट्स के ग्रुप्स ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के को-फाउंडर मकबूल भट की याद में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में देशविरोधी नारे लगे थे. जेएनयू स्टूडेंट लीडर कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्वान समेत कुछ छात्रों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था बाद में इन्हें जमानत मिल गया था.
इस मामले पर भाजपा ने प्रतिक्रिया दी है. भाजपा नेता शहनवाज हुसैन ने कहा है कि विरोध जताने के अपने तरीके हैं, लेकिन कांग्रेस की छात्र इकाई ने ऐसा कर ओछा काम किया है. भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version