भोपाल :प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले माह नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकी शिविरों पर किये गये लक्षित हमलों का संदर्भ देते हुए आज कहा कि भारतीय सेना बोलती नहीं है, पराक्रम करती है.प्रांतीय राजधानी के नागरिक क्षेत्र में शौर्य स्मारक के लोकर्पण समारोह से पहले यहां आयोजित शौर्य सम्मान सभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘हमारी सेना बोलती नहीं, सेना पराक्रम करती है.’
उन्होंने लक्षित हमलों के संदर्भ में कहा कि इससे पहले मेरे बाल नोच लिये जाते थे.आलोचक कहते थे कि ‘‘मोदी सो रहा है, मोदी कुछ नहीं कर रहा.’ उपस्थित जनसमुदाय के ‘भारत माता की जय’ ‘मोदी-मोदी’ और वंदे मातरम के नारों के बीच मोदी ने कहा, ‘‘जैसे हमारी सेना बोलती नहीं, पराक्रम करती है, वैसे ही हमारे रक्षामंत्री बोलते नहीं हैं.’उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सेना और सैन्य बलों की अनगिनत व्यवस्थाएं हैं जो इसलिये अपनी जवानी खपा देते हैं कि हम चैन की नींद सो सकें.
मेरे देश की सेना को हम चैन की नींद सो जाये तो उसे सर्वाधिक खुशी मिलती हैं. हम चैन की नींद सो जाये, उसे संतोष होता है. हमारे सोने पर उसको :सेना: शिकायत नहीं होती है. लेकिन जागने के वक्त भी यदि हम सो जायें तो सेना हमें कभी माफ नहीं करती है और दुर्भाग्य यह है कि कभी-कभी हम जागने के समय भी सोये पाये जाते हैं.’ प्रधानमंत्री ने जनता से कहा, ‘‘सतत जागते रहो। जब सेना के जवान जागते हैं तो हमें भी जागने के समय तो जागना ही चाहिये. उस समय सोने का हमें हक नहीं है अन्यथा यह उनके साथ अन्याय होगा.’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई यह भ्रम रखता है कि हाथ में शस्त्र रखने और गोली से सेना जीत जाती है तो यह हमारा भ्रम है. सेना का सबसे बडा शस्त्र, उसका मनोबल होता है. उसके मन की ताकत होती है और यह मनोबल और ताकत शस्त्र से नहीं 1.25 करोड़ देशवासियों के एक साथ मिलकर उसके साथ पीछे खडे होने से आती है