मीडिया अपने मत के समर्थन में टिप्पणियों का चुनिंदा अंश ही लेता है : जेटली

नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने मीडिया की एजेंडा तय करने की प्रवृत्ति पर आज अप्रसन्नता जतायी और कहा कि वह अपने मत के समर्थन में लोगों की टिप्पणियों के चुनिंदा अंश को ही लेती है.वित्त मंत्री ने अपनी पुस्तक ‘‘अंधेरे से उजाले की ओर’ के लोकार्पण के अवसर पर भाजपा प्रमुख अमित शाह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2016 9:31 PM

नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने मीडिया की एजेंडा तय करने की प्रवृत्ति पर आज अप्रसन्नता जतायी और कहा कि वह अपने मत के समर्थन में लोगों की टिप्पणियों के चुनिंदा अंश को ही लेती है.वित्त मंत्री ने अपनी पुस्तक ‘‘अंधेरे से उजाले की ओर’ के लोकार्पण के अवसर पर भाजपा प्रमुख अमित शाह की सराहना करते हुए उन्हें आजाद के बाद उन चंद नेताओं में एक बताया जिन्होंने मूल्य आधारित राजनीति कायम करने के लिए काम किया है.

पुस्तक को जारी करते हुए शाह ने कहा कि जेटली ने अपने लेखों में ग्रामीण भारत की आवाज को अभिव्यक्त किया है जबकि वे एक संपन्न पृष्ठभूमि से आते हैं और वह लुटियन दिल्ली में पले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि जेटली ने मीडिया की भी आलोचना की है जबकि उन्हें मीडिया का दुलारा माना जाता है.
वित्त मंत्री के रुप में उनके काम की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार की जीएसटी विधेयक एवं आय घोषणा योजना की दो उपलब्धियों को आगे बढाने में जेटली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. भाजपा अध्यक्ष ने पारदर्शी एवं मूल्य आधारित राजनीति के लिए उनकी सराहना करते हुए कहा, ‘‘आजादी के बाद जब सार्वजनिक जीवन में मूल्यों में गिरावट आने लगी तो कुछ लोगों ने उन्हें स्थापित करने के लिए सतत संघर्ष किया.पार्टी संबद्धताओं को छोड यदि ऐसे नेताओं की एक सूची तय की जाए तो जेटली का नाम उनमें शामिल होगा
वित्त मंत्री के रूप में उनके काम की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार की जीएसटी विधेयक एवं आय घोषणा योजना की दो उपलब्धियों को आगे बढाने में जेटली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. भाजपा अध्यक्ष ने पारदर्शी एवं मूल्य आधारित राजनीति के लिए उनकी सराहना करते हुए कहा, ‘‘आजादी के बाद जब सार्वजनिक जीवन में मूल्यों में गिरावट आने लगी तो कुछ लोगों ने उन्हें स्थापित करने के लिए सतत संघर्ष किया. पार्टी संबद्धताओं को छोड यदि ऐसे नेताओं की एक सूची तय की जाए तो जेटली का नाम उनमें शामिल होगा. ‘ उन्होंने कहा कि आज जो केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की बहुमत की सरकार है, उसकी नींव डालने में अरुण जेटली, सुषमा स्वराज के संघर्ष का भी महत्त्वपूर्ण योगदान है.
अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद पारदर्शी और मूल्य आधारित राजनीति करने वाले नेताओं की जब बात होगी तो दलगत राजनीति से परे ऐसे नेताओं में अरुण जेटली का नाम प्रमुखता से लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जेटली ने हमेशा सार्वजनिक जीवन को नई उंचाइयों पर ले जाने और भ्रष्टाचार एवं कालेधन के खिलाफ प्रखररुप से संघर्ष करने के लिए काम किया. प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में जेटली के आलेखों और ब्लाग आदि को संकलित किया गया है.

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