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प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस की ताकत कई गुना बढ जाएगी: शीला दीक्षित

नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने कहा है कि प्रदेश में राहुल गांधी के ‘‘शक्तिशाली’ अभियान में प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस की ताकत ‘‘कई गुना’ बढ जाएगी और सीमापार सेना द्वारा किए गए लक्षित हमलों का सियासी लाभ उठाने के भाजपा के किसी भी […]

नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने कहा है कि प्रदेश में राहुल गांधी के ‘‘शक्तिशाली’ अभियान में प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस की ताकत ‘‘कई गुना’ बढ जाएगी और सीमापार सेना द्वारा किए गए लक्षित हमलों का सियासी लाभ उठाने के भाजपा के किसी भी तरह के प्रयास को जनता खारिज कर देगी.
उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके मद्देनजर शीला यहां का धुंआधार दौरा कर रही हैं. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह उत्तर प्रदेश का सांप्रदायिक रुप से ‘‘धु्रवीकरण’ की कोशिश कर रही है और ऐसा करने के लिए समान नागरिक संहिता के विवादास्पद मुद्दे को हवा दे रही है. 78 वर्षीय शीला ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी किसान यात्रा के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला बखूबी बढाया है और अगर प्रियंका सक्रिय भागीदारी करने का फैसला लेती हैं तो यह पार्टी के लिए चमत्कार जैसा काम करेगा. सियासी रुप से महत्वपूर्ण इस राज्य की सत्ता से पार्टी बीते 27 साल से बाहर है.
कांग्रेस की तैयारियों के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव के लिए क्षेत्र विशेष के घोषणा पत्र लाने पर विचार कर रही है क्योंकि हर इलाके की अपनी समस्या होती है. उन्होंने कहा कि इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि राज्यभर में पार्टी फिर से खडी हो रही है. उन्होंने दावा किया कि चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा हालांकि अगली सरकार बनाने में कांग्रेस महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने संकेत दिए कि चुनाव के बाद पार्टी को बसपा या सपा के साथ गठबंधन बनाने में कोई आपत्ति नहीं है.
दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी शीला दीक्षित ने भाजपा को लताडते हुए कहा कि वह अपने अभियान में लक्षित हमलों का दोहन करने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि भारत में कभी भी सैन्यबलों के साहस को राजनीतिक फायदों के लिए नहीं भुनाया गया. शीला ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘संवेदनशील मुद्दे का सियासी लाभ उठाना बहुत, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. यह हमारे लोकतांत्रिक संस्कृति के गिरते स्तर का संकेत है. सेना को कभी भी राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया। यह निंदनीय है.’ शीला ने कहा कि कांग्रेस दलित और मुस्लिमों समेत सभी समुदायों तक पहुंच बनाना चाहती है. उन्होंने कहा, ‘‘लोग चाहते हैं कि कांग्रेस सत्ता में आए। समाज का हर वर्ग यहां की सरकारों से उकता चुका है. उप्र की जनता बदलाव चाहती है.’ उन्होंने कहा कि दलित और मुस्लिम केंद्र की मोदी सरकार में ‘‘असुरक्षित’ महसूस कर रहे हैं. उन्होंने हालात को बेहद चिंताजनक बताया. शीला ब्राह्मण परिवार से हैं, उनकी इसी पृष्ठभूमि को देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है. दरअसल उत्तर प्रदेश में इस समुदाय के मतदाता अच्छी खासी संख्या में हैं.

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