लोकपाल को लेकर उपराज्यपाल और केजरीवाल आमने-सामने
नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की और जनलोकपाल से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल ने जंग को विधेयक विधानसभा में पेश किये जाने को लेकर अपनी सरकार के विचारों से अवगत कराया. केजरीवाल ने कल रात चेतावनी दी थी […]
नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की और जनलोकपाल से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल ने जंग को विधेयक विधानसभा में पेश किये जाने को लेकर अपनी सरकार के विचारों से अवगत कराया. केजरीवाल ने कल रात चेतावनी दी थी कि यदि भ्रष्टाचार निरोधक विधेयक अन्य पार्टियों के समर्थन की कमी के चलते विधानसभा में पारित नहीं हो पाया तो वह अपने पद से त्यागपत्र दे देंगे. कांग्रेस के साथ साथ विपक्षी भाजपा भी इस विधेयक का विरोध कर रही है. सात सप्ताह पुरानी आम आदमी पार्टी की सरकार के बने रहने के लिए कांग्रेस का समर्थन जरुरी है.
केजरीवाल ने कहा था, ‘‘देश से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए :मैं: मुख्यमंत्री की कुर्सी सौ बार कुर्बान कर सकता हूं.’’ उन्होंने कहा था, ‘‘यदि जनलोकपाल और स्वराज विधेयक विधानसभा में पारित नहीं हुए तो यह सरकार गिर जाएगी.’’ भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए जनलोकपाल विधेयक लाना आप द्वारा मतदाताओं से किये गए वादों में से प्रमुख वादा था. कांग्रेस और भाजपा का कहना है कि दिल्ली सरकार के लिए 13 फरवरी को शुरु होने वाले विधानसभा के विशेष सत्र में विधेयक पेश करने से पहले उस पर गृह मंत्रलय की मंजूरी प्राप्त करना जरुरी है. विधायक विनोद कुमार बिन्नी के पार्टी से निष्कासन के बाद 70 सदस्यीय सदन में आप के पास विधानसभाध्यक्ष सहित 27 सदस्य हैं. कांग्रेस के आठ और भाजपा के 32 विधायक हैं.वहीं उपराज्यपाल ने कहा है कि सरकार ने नियमों की अनदेखी की है. बिल कैबिनेट से पहले एलजी को दिखाना जरुरी है. उपराज्यपाल ने 1984 हत्याकांड की एसआइटी जांच की अनुमति दे दी है. गौरतलब है कि केजरीवाल ने यह मामला उठाया था.