दलाई लामा अरुणाचल सहित देश में कहीं जा सकते हैं : भारत सरकार
नयी दिल्ली : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने आज मीडिया को बताया कि दलाई लामा भारत में बिना किसी रोक-टोक के कहीं भी भ्रमण कर सकते हैं, इसमें कुछ भी अनहोनी जैसा नहीं है अगर वे दुबारा अरुणाचल प्रदेश जाते हैं. गौरतलब है कि चीन ने दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर […]
नयी दिल्ली : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने आज मीडिया को बताया कि दलाई लामा भारत में बिना किसी रोक-टोक के कहीं भी भ्रमण कर सकते हैं, इसमें कुछ भी अनहोनी जैसा नहीं है अगर वे दुबारा अरुणाचल प्रदेश जाते हैं. गौरतलब है कि चीन ने दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर आपत्ति जतायी थी और उसे इस बात पर आपत्ति रहती है कि भारत सरकार दलाई लामा को अपने देश में सहज रूप से स्वीकार करती है.
Dalai Lama is free to travel in any part of the country, we see nothing unusual if he visit Arunachal Pradesh again: Vikas Swarup pic.twitter.com/tuRAwGdQNz
— ANI (@ANI) October 27, 2016
विकास स्वरूप ने मीडिया को यह भी बताया कि पाकिस्तानी उच्चायोग को समन करके यह कह दिया है कि उनका एक स्टाफ जासूसी गतिविधियों में शामिल है, अत: उन्हें अवांछित करार देते हुए उसे 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ने का आदेश दिया जाये.
Terrorists attack on Uri&continuing attack taking place with repeated frequency in parts of J&K carried out with Pak's support: Vikas Swarup pic.twitter.com/PrgNUxRG7F
— ANI (@ANI) October 27, 2016
स्वरूप ने बताया कि महमूद अख्तर को दिल्ली पुलिस ने कल रोका था और उनसे पूछताछ की थी जब वे भारत के खिलाफ दस्तावेज लेने गये थे.
उरी हमले के अतिरिक्त अन्य कई हमले जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की शह पर होते हैं. उन्होंने बताया कि हमने महमूद अख्तर को पाकिस्तानी उच्चायोग के हवाले कर दिया है और उसके साथ कोई बुरा बर्ताव नहीं किया गया है.
If today Pak is feeling isolated, it's because of its misguided policies;Ppl of Pak should urge govt to adopt policies that favour peace:MEA pic.twitter.com/dkP3UU24aH
— ANI (@ANI) October 27, 2016
स्वरूप ने कहा कि आज पाकिस्तान अगर विश्व में अलग-थलग नजर आ रहा है, तो इसका एकमात्र कारण उसकी गलत नीतियां हैं. पाकिस्तानी जनता को चाहिए कि वे अपनी सरकार से ऐसी नीतियों को अपनाने के लिए कहें जिससे शांति स्थापित हो सके.