प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 25वें संस्करण में देश के लोगों को संबोधित करते हुए दीपावली की शुभकामनाएं दी. नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप सबको दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनायें. भारत के हर कोने में उत्साह और उमंग के साथ दीपावली का पर्व मनाया जाता है. केवल भारत की नहीं पूरी दुनिया में दीपावली मनाई जाती है. वेद-काल से आज तक भारत में जो उत्सवों की परम्परा रही है, वे समयानुकूल परिवर्तन वाले उत्सव रहे हैं. भारत के उत्सवों की ये पूरी यात्रा एक मूल-मन्त्र से जुड़ी हुई है – स्व को समष्टि की ओर ले जाना. आरोग्य की दृष्टि से क्या संस्कार हों! ये सारी बातें, हमारे पूर्वजों ने बड़े वैज्ञानिक तरीके से, उत्सव में समेट ली हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा किभारत की उत्सव परम्परा, प्रकृति-प्रेम को बलवान बनाने वाली, बालक से लेकर के हर व्यक्ति को संस्कारित करने वाली रही है. आजकल हम रविवार को छुट्टी मनाते हैं, लेकिन सदियों से हमारे यहां परम्परा थी – पूर्णिमा और अमावस्या को छुट्टी मनाने की. हमारे यहां छुट्टी भी ब्रह्माण्ड और विज्ञान के साथ जोड़ करके मनाने की परम्परा विकसित हुई थी. हमारा हर पर्व शिक्षादायक होता है, दीपावली का पर्व ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’- अन्धकार से प्रकाश की ओर जाने का सन्देश देता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अन्धकार- अंध-श्रद्धा का अन्धकार है, अशिक्षा का अन्धकार है, गरीबी का भी अन्धकार है, सामाजिक बुराइयों का भी अन्धकार है समाज दोष-रूपी, व्यक्ति दोष-रूपी जो अन्धकार छाया हुआ है, उससे मुक्ति, वही दिवाली का दिया जला कर के, प्रकाश पहुंचाने का पर्व बनता है. स्वच्छता का अभियान भी है. लेकिन, समय की मांग है कि पूरे परिसर की सफाई, पूरे गांव की सफाई, इस परम्परा को विस्तृत करना है.
यह दिवाली सीमा पर तैनात जवानों के नाम
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे भाव-विश्व पर सेना के जवानों की, सुरक्षा बलों के जवानों की त्याग, तपस्या, परिश्रम, मेरे दिल-दिमाग पर छाया हुआ रहता है. यह दिवाली सुरक्षा बलों के नाम पर समर्पित हो. मैंने देशवासियों को #Sandesh2Soldiers अभियान के लिए निमंत्रित किया. हर देशवासी के दिल में जवानों के प्रति प्यार और गौरव है जिस प्रकार से उसकी अभिव्यक्ति हुई है, ये हर देशवासी को ताकत देने वाली है. आपका एक संदेश ताकत के रूप में प्रकट हुआ है.
प्रधानमंत्री ने कहा किशायद ही कोई बचा होगा, जिसने देश के जवानों के लिए संदेश न दिया हो. मीडिया ने भी इस दीपोत्सव को सेना के प्रति आभार व्यक्त करने के अवसर में पलट दिया हमारे जवान किस-किस प्रकार से कष्ट झेलते हैं हम जब दिवाली मना रहे हैं, कोई रेगिस्तान में खड़ा है,कोई हिमालय की चोटियों पर. एक संदेश में सामर्थ्य बढ़ जाता है और देश ने कर दिखाया, मैं सचमुच देशवासियों का आभार प्रकट करता हूं.
प्रधानमंत्री ने कहा किNarendra Modi App, My Gov, में भावनाओं का सागर उमड़ पड़ा है. #Sandesh2Soldiers पर इतनी सारी चीजें आई हैं, प्रतीकात्मक रूप में. मेरे प्यारे देशवासियो, सेना के जवान सिर्फ सीमा पर नहीं, जिंदगी के हर मोड़ पर राष्ट्र भावना से प्रेरित हो करके काम करते रहते हैं.
स्वच्छता के साथ ही देश कर सकता है विकास
स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत का संदेश देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश खुले में शौच से मुक्त हो गया है. पहले सिक्किम प्रान्त हुआ था, अब हिमाचल हुआ, नवम्बर को केरल भी होने जा रहा है. आईटीबीपी जवान विकास ठाकुर को लगा खुले में शौच का कलंक मिटान चाहिये. सिर्फ दुश्मनों पर गोलियां चलाने के लिये वो देश सेवा करता है, ऐसा नहीं!
मोदी ने कहा उसने अपने चेकबुक से 57,000 रुपये निकाला और अपने गांव के पंचायत प्रधान को दे दिया कि जिन 57 घरों में शौचालय नहीं बना है, शौचालय बना दीजिए. विकास ठाकुर ने 57 परिवारों को एक-एक हज़ार रूपया अपनी जेब से दे करके स्वच्छता के अभियान को एक ताकत दी. तभी हिमाचल प्रदेश में खुले में शौच से मुक्ति पाने की की ताकत आई.
मोदी ने कहा कि वैसा ही केरल में नौजवानों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं. केरल में एनसीसी के कैडेट, एनएसएस के लोग, इंजीनियरिंग के छात्र, सबने मिलकर के तय किया कि हम शौचालय बनाएंगे. शौचालय बनाने के लिए सामान, ईंटें, सीमेंट, सारे सामान इन नौजवानों ने अपने कंधे पर उठा करके, पूरा दिन भर पैदल चल के उन जंगलों में गये.
मोदी ने कहा खुद परिश्रम करके जनजातीय पंचायत इडमालाकुड़ी में शौचालय बनाए, नौजवानों ने दूर-सुदूर जंगलों में गांव को खुले में शौच से मुक्त किया. मोदी ने कहा कि गुजरात ने सभी नगरपालिका-महानगरपालिकायें, 150 से ज्यादा को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया है. 10 ज़िले खुले में शौच से मुक्त किए गए हैं. मोदी ने कहा कि हरियाणा 1नवम्बर को अपनी गोल्डेन जुबली मनाने जा रहा है. उनका फ़ैसला है कि कुछ महीनों में पूरे राज्य को खुले में शौच से मुक्त कर देंगे. सभी राज्यों में बहुत तेज गति से काम चल रहा है. मैंने कुछ का उल्लेख किया है.