शहीद जवान का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान से किया गया

अंतहेरी (हरियाणा) : सेना के जवान मंदीप सिंह का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. जवान के परिवार और ग्रामीणों ने मांग की कि पाकिस्तान को बार-बार की उसकी हिमाकत के लिए करारा जवाब दिया जाए. जम्मू कश्मीर के माछिल सेक्टर में आतंकवादियों ने मंदीप सिंह की हत्या कर दी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2016 2:49 PM

अंतहेरी (हरियाणा) : सेना के जवान मंदीप सिंह का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. जवान के परिवार और ग्रामीणों ने मांग की कि पाकिस्तान को बार-बार की उसकी हिमाकत के लिए करारा जवाब दिया जाए. जम्मू कश्मीर के माछिल सेक्टर में आतंकवादियों ने मंदीप सिंह की हत्या कर दी थी. तिरंगे में लिपटे जवान के पार्थिव शरीर को सेना के वाहन में यहां स्थित उनके पैतृक गांव लाया गया. इस दौरान गांव के साथ ही आसपास के क्षेत्रों से बडी संख्या में लोगों ने जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की. शहीद के शव को आतंकवादियों ने क्षत विक्षत कर दिया था.

जवान को सेना की ओर से बंदूकों की सलामी दी गई. मंदीप को मुखाग्नि उनके पिता ने दी. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, सेना के वरिष्ठ अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी इस मौके पर उपस्थित थे. इस दौरान ग्रामीणों ने ‘शहीद मंदीप अमर रहे’ के नारे लगाये और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी भी की. मंदीप के परिवार और ग्रामीणों ने कहा कि 30 वर्षीय जवान मंदीप को दिवाली मनाने और अपने नवनिर्मित मकान संबंधी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने घर आना था लेकिन वह तिरंगे में लिपटे आये.

मंदीप के परिवार और ग्रामीणों ने मांग की कि केंद्र सैनिक की शहादत का बदला ले और पाकिस्तान को सबक सिखाये. जवान के गांव के लोगों ने कहा कि शहीद की शहादत का सम्मान करते हुए वे इस वर्ष दिवाली नहीं मनाएंगे. यद्यपि प्रत्येक घर ने उनकी याद में एक दीपक जलाने का फैसला किया है. अंतहेरी गांव सैनिकों के गांव के तौर पर प्रसिद्ध है. यहां से कई युवक सशस्त्र बलों में हैं.

नियंत्रण रेखा पर इस बर्बर घटना के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा था क्योंकि आतंकवादियों ने जवान के शव को क्षत विक्षत कर दिया था. वहीं आतंकवादियों को भागने में मदद के लिए पाकिस्तानी सेना ने कवर फायर दिया. मंदीप 2008 में 17वीं सिख रेजीमेंट में एक सैनिक के तौर पर शामिल हुए थे. 2014 में उनका विवाह हुआ था. खट्टर ने शहीद के परिवार को सांत्वना देते हुए मांग की कि इस बर्बर कृत्य के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘हम उन्हें सबक सिखायेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘शहीद ने देश की सेवा के लिए बलिदान दिया है. हम दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ खड़े हैं. हम जो भी जरुरी होगा वह सहायता मुहैया करायी जाएगी.’ खट्टर ने संवाददाताओं से बात करते हुए जवान मंदीप सिंह की हत्या को आतंकवादियों का कायराना कृत्य करार दिया.

उन्होंने कहा कि शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीद के नाम पर एक स्मारक बनाने या किसी सड़क का नाम शहीद के नाम पर करने पर विचार करेगी. मंदीप की पत्नी प्रेरणा हरियाणा पुलिस में हेड कान्स्टेबल है और यहां शाहाबाद मारकंड में तैनात है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को शरण देने के लिए पाकिस्तान को सबक सिखाया जाना चाहिए.

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