श्रीनगर: कश्मीर में हाल में नागरिकों के मारे जाने और ‘आत्म निर्णय’ के अधिकार की अपनी मांग के समर्थन में अलगाववादियों की ओर से आहूत हडताल के कारण आज लगातार 115वें दिन भी राज्य में जनजीवन प्रभावित रहा. सिविल लाइंस और श्रीनगर के गिने चुने इलाकों में कुछ दुकानें खुली थीं जबकि शहर के बाकी हिस्सों और कश्मीर के अन्य इलाकों में दुकानें बंद ही रहीं.
शहर और घाटी के अन्य जिला मुख्यालय में कुछ निजी कारों और ऑटो रिक्शा की आवाजाही देखी गई लेकिन उनकी संख्या बहुत कम थी क्योंकि अलगाववादियों ने हड़ताल में आज दिन के बाद भी किसी तरह की नरमी बरते जाने की घोषणा नहीं की है. बहरहाल, कई रेहडी पटरी वालों ने शहर के मध्य में स्थित लाल चौक से होते हुए टीआरसी चौक-बटमालू केंद्र के आस पास अपनी दुकानें लगाई थीं.
अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर में लोगों की गतिविधि पर किसी तरह की पाबंदी नहीं लगी है लेकिन समूची घाटी में अब भी सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध है.
कानून व्यवस्था बनाए रखने और लोगों के अंदर सुरक्षा की भावना भरने के उद्देश्य से एहतियात के तौर पर संवेदनशील स्थानों और मुख्य मार्गों के पास अधिक तादाद में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है ताकि लोग निर्भीक होकर अपनी दैनिक गतिविधि कर सकें.