नयी दिल्ली : एक रैंक एक पेंशन योजना (ओआरओपी) की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे एक्स आर्मी मैन राम किशन ग्रेवाल ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली है. इस संबंध में पुलिस ने बताया कि कल शाम राष्ट्रीय राजधानी में जहर खाकर खुदकुशी कर ली. पुलिस ने बताया कि वह कुछ अन्य पूर्व सैनिकों के साथ ओआरओपी मुद्दे को लेकर रक्षा मंत्री को एक ज्ञापन सौंपने की प्रक्रिया में था.
उसके दोस्त के मुताबिक, ग्रेवाल कुछ समय से ओआरओपी के मुद्दे पर परेशान था. उल्लेखनीय है कि ओआरओपी की सरकार की योजना का पूर्व सैनिक विरोध करते रहे हैं.
परिजनों ने मामले के संबंध में बताया कि मंगलवार दोपहर रामकिशन अपने साथियों के साथ रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से मिलने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने ने जहर खा लिया. रामकिशन के पुत्र ने बताया कि जो ज्ञापन उनके पिता अपनी मांगों को लेकर रक्षामंत्री को देने जा रहे थे उसी पर उन्होंने सुसाइड नोट लिखकर जहर ग्रहण कर लिया. रामकिशन के छोटे बेटे ने बताया कि उसके पिता ने खुद इस बात की सूचना फोन पर उसे दी.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जहर खाने के बाद रामकिशन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान मंगलवार देर रात रामकिशन की मौत हो गई.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्वसैनिक की खुदकुशी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि उनके राज में किसान और जवान खुदकुशी कर रहे हैं. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि मोदी ओआरओपी योजना के मुद्दे पर ‘‘झूठ’ बोल रहे हैं कि योजना लागू की गई है और कहा कि अगर केंद्र सरकार योजना लागू कर रही होती तो पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल ने खुदकुशी नहीं की होती.
‘आप’ नेता ने अपने ट्विटर संदेश में कहा, ‘‘मोदी राज में किसान और जवान दोनों खुदकुशी कर रहे हैं. इसका मतलब है कि प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं कि ओआरओपी लागू की गई है. अगर ओआरओपी लागू की गई होती तो क्यों राम किशन जी आत्महत्या करते.’ केजरीवाल ने अफसोस जताया कि यह बेहद दुखद है कि जवानों को सीमा पर बाहरी दुश्मनों से, और देश के अंदर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पडता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि समूचे राष्ट्र को उनके अधिकार के पक्ष में खडा होना चाहिए. इस बीच, खबर है कि केजरीवाल ग्रेवाल की अंत्येष्टि में आज शामिल होंगे.