केरल सामूहिक दुष्‍कर्म: फेसबुक पोस्ट से मची खलबली, डीजीपी ने दिए जांच के आदेश

तिरुवनंतपुरम : केरल सामूहिक दुष्‍कर्म मामले को लेकर डीजीपी ने जांच के आदेश दे दिए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार डीजीपी ने पुलिस के द्वारा पीडि़ता के साथ किए गए दुर्व्यवहार पर चिंता जताई है और मामले को लेकर जांच के आदेश दिए. आपको बता दें कि जानी मानी डबिंग आर्टिस्ट भाग्यलक्ष्मी ने अपने फेसबुक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2016 11:32 AM

तिरुवनंतपुरम : केरल सामूहिक दुष्‍कर्म मामले को लेकर डीजीपी ने जांच के आदेश दे दिए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार डीजीपी ने पुलिस के द्वारा पीडि़ता के साथ किए गए दुर्व्यवहार पर चिंता जताई है और मामले को लेकर जांच के आदेश दिए.

आपको बता दें कि जानी मानी डबिंग आर्टिस्ट भाग्यलक्ष्मी ने अपने फेसबुक वॉल पर एक महिला के साथ दो साल पहले हुए सामूहिक दुष्‍कर्म की दर्दनाक कहानी शेयर की है जो सोशल मीडिया में वायरल जो चुकी है. उनके द्वारा किया गया पोस्ट इतना वायरल हो गया कि मुख्यमंत्री कार्यालय को इसमें दखल देना पड़ा. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से पीड़िता को कार्रवाई का भरोसा दिया गया है.

भाग्यलक्ष्मी के अनुसार, त्रिसुर की रहने वाली एक महिला तीन हफ्ते पहले अपने पति के साथ उनके घर आई थी जो अपने साथ हुई दुष्‍कर्म की कहानी उनके साथ साझा करना चाहती थी. महिला के साथ यह भयावह घटना दो साल पूर्व हुई थी जिसकी टीस उसके मन में आज भी है. उसके साथ यह अमानवीय घटना को अंजाम एक स्थानीय नेता ने दिया था. नेता के साथ उसके चार दोस्त भी थे.

यहां सबसे शर्मनाक बात यह है कि सभी दुष्‍कर्मी महिला के पति के दोस्त थे. इस घटना से पीड़ित महिला इतनी बुरी तरह टूट चुकी थी कि पुलिस के पास जाकर शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई. किसी तरह तीन महीने बाद महिला हिम्मत जुटाकर जब पुलिस के पास पहुंची तो यहां भी उसे निराशा हाथ लगी. पुलिस ने पीडि़ता को मानसिक रूप से प्रताडि़त किया. भाग्यलक्ष्मी ने फेसबुक पोस्ट में उस महिला के हवाले से बताया, ‘पुलिस के सवालों का जवाब देना उसके लिए आसान काम नहीं था.

फेसबुक पोस्ट में लिखा गया है कि शायद पुलिसवालों ने मानसिक तौर पर पीडि़ता को इसलिए प्रताड़ित किया क्योंकि वे जानते थे कि उसके पास सबूत देने के लिए कुछ भी नहीं था. अच्छा हुआ कि निर्भया, जिशा और सौम्या जैसी दुष्‍कर्म पीड़ित लड़कियों की मौत हो गई वरना उन्हें भी ऐसी मानसिक प्रताड़ना से होकर गुजरना पड़ता जो किसी महिला के लिए शर्मसार कर देने वाली बात होती है.

https://twitter.com/ANI_news/status/794414477114372096

पुलिस ने उक्त महिला से कुछ ऐसे सवाल पूछे जो किसी भी सभ्य समाज को शर्मिंदा करने वाले हैं. फेसबुक पोस्ट के वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री के दफ्तर ने स्वत: संज्ञान लिया और भाग्यलक्ष्मी से इस बारे में और जानकारी उपलब्ध कराने का आग्रह किया. प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला के दो बच्चे हैं.

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