नयी दिल्ली : भारत ने आज जोर देकर कहा कि दो मछुआरों की कथित हत्या के मामले में मुकदमे का सामना कर रहे दो इतालवी मरीनों पर देश के कानून के मुताबिक ही कार्रवाई होगी, भले ही उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की प्रकृति के मुद्दे पर इतालवी ‘‘मित्र’’ नाखुश हों. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक अलग मामला है’’ क्योंकि इससे पहले न तो भारत में और न ही इटली में ऐसा कोई वाकया पेश आया.
प्रवक्ता ने कहा कि इस मुद्दे पर भारत और उसके ‘‘इतालवी मित्रों’’ का नजरिया अलग-अलग है. इटली खास तौर पर इस मामले में अधिकार क्षेत्र और कानूनों पर सवाल उठाता रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने :इतालवी पक्ष ने: कहा कि वे हमारे नजरिए से सहमत नहीं हैं. हमें समझना होगा कि इस प्रक्रिया से हमारे इतालवी मित्र नाखुश रहे हैं.’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने उनसे स्थिति स्पष्ट कर दी है पर हमारी अदालतों में देश का कानून लागू होगा क्योंकि हमारे अधिकारी ऐसा उचित मानते हैं.’’ उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा फैसला सुनाए जाने तक अंतिम नतीजों का इंतजार किया जाना चाहिए.
प्रवक्ता ने कहा कि अटॉर्नी जनरल ने अदालत को बताया है कि वह 18 फरवरी को सरकार के अंतिम विचार से उसे अवगत कराएंगे. दोनों इतालवी मरीनों – मैसिमिलिएनो लातोर और सैल्वातोर गिरोने को आतंकवाद निरोधक अंतरराष्ट्रीय समुद्री डकैती विरोधी कानून के तहत आरोपित करने से इटली नाराज है और उसने इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है.