नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1,000 और 500 रुपये के नोटों पर पाबंदी के बाद देश भर में उत्पन्न ताजा स्थिति की आज यहां एक बैठक में समीक्षा की. अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि देश में बैंकों पर लंबी कतारें अब भी जारी हैं पर कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना या हिंसा की सूचना नहीं है.
बैठक घंटे भर चली. इसमें दोनों मंत्रियों को विभिन्न राज्यों की स्थिति की जानकारी दी गयी. उन्हें बताया गया कि बैंकों और नकद निकासी की सुविधा वाली एटीएम मशीनों के आगे प्रतिबंधित नोट बदलवाने या नकद निकासी के लिए लोगों की लंबी लंबी कतारें जारी हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार गृह सचिव राजीव महर्षि और गृह तथा वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में मौजूद थे. केंद्र ने राज्य सरकारों को बैंकों, एटीएम और नकदी-वाहनों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को पहले ही कह रखा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपने तीन वरिष्ठ अधिकारियों की खास ड्यूटी लगा रखी है कि वे इस काम के लिए राज्यों के पुलिस प्रमुखों के साथ बराबर संपर्क में हैं.
अब तक देश में कहीं से भी किसी बडी हिंसा अप्रिय घटना की खबर नहीं है.एक अधिकारी ने कहा, ‘हमने राज्यों से कह रखा है कि उन्हें जरुरत पडने पर केंद्र आवश्यक सहायता तुरंत उपलब्ध कराने को तैयार है. ‘ केंद्र को उम्मीद है कि एक दो दिन में बैंकिंग क्षेत्र में स्थिति सामान्य हो जाएगी. अधिकारी ने कहा कि इस बारेमें राज्यों को दो अलग अलग परामर्श जारी किए गए है. भारतीय रिजर्व बैंक ने कल कहा कि नये नोटों की जरूरत पूरा करने के लिए उसके छापाखानों में नोटों की छपाई ‘पूरी क्षमता से’ चल रही है. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि पूरे देश में 4,000 से अधिक स्थानों पर भेजने के लिए नए नोटों का पर्याप्त स्टाक तैयार रखा गया है. बैंकों की शाखाएं इन जगहों से जुड़ी हुई हैं जहां से वे अपनी जरुरत की नकदी ले सकती है.