नोट बैन छठा दिन: दिव्यांग शख्‍स ने कहा – कुछ दिन की परेशानी, हमें पीएम मोदी का समर्थन करना चाहिए

नयी दिल्ली : नोटबैन के छठे दिन भी लोगों को कैश के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. इस बीच गुरुनानक जयंती को लेकर सोमवार यानी आज देश भर के कई राज्‍यों में बैंक खुले रहेंगे तो कई राज्‍यों में बंद रहेंगे. जिन राज्यों में बैंक बंद हैं वहां के लोग सुबह से ही एटीएम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2016 9:07 AM

नयी दिल्ली : नोटबैन के छठे दिन भी लोगों को कैश के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. इस बीच गुरुनानक जयंती को लेकर सोमवार यानी आज देश भर के कई राज्‍यों में बैंक खुले रहेंगे तो कई राज्‍यों में बंद रहेंगे. जिन राज्यों में बैंक बंद हैं वहां के लोग सुबह से ही एटीएम के सामने पैसे निकालने के लिए खड़े हैं हालांकि उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है लेकिन वे सरकार के इस प्रयास से खुश नजर आ रहे हैं.

नोटबैन के छठे दिन आज राजधानी दिल्ली के कनॉटप्लेस में रुपये निकालने पहुंचे एक दिव्यांग ने पीएम मोदी के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि मैं बीती रात 11 बजे से कतार में लगा हूं… यह दिक्कत केवल कुछ दिनों की है… हमें पीएम मोदी का समर्थन करना चाहिए… यदि अभी हम पीएम मोदी का साथ देंगे तभी हमारा भविष्‍य सुंदर होगा…

इधर, नोटबंदी के पांचवें दिन भी 500 और 1000 के नोट बंद होने से जहां एक ओर लोग अपने काले धन को सफेद करने की जुगाड़ में लगे हैं, वहीं देश में कर चोरी की प्रवृत्ति और अचानक नोट बंद होने से मची अफरातफरी में अनेक लोगों की मेहनत का सफेद धन भी कालेधन में बदल गया है. आइए नजर डालते हैं कुछ केस स्टडी पर….

केस-1 : सरोजनी नगर की एक महिला ने अपना मकान 50 लाख रुपये में बेचने का सौदा किया. महिला ने सरकारी कर की चोरी और मकान बेचने की लिखा-पढ़ी का खर्च बचाने के लिए खरीदार से मकान को कानूनी तौर पर 10 लाख रुपये में बेचने और बाकी का 40 लाख रुपये नकदी में लेने की शर्त रखी. शर्त के आधार पर दोनों के बीच मकान खरीद-बिक्री का सौदा हो गया, लेकिन इस बीच सरकार द्वारा पुराने नोटों का चलन बंद किये जाने के निर्णय से अब मकान मालकिन को पूरे 40 लाख रुपये की चपत लग गयी. नोट बंद होने के निर्णय के बाद अब खरीदार तो 40 लाख रुपये देने के लिए खुशी-खुशी राजी है, लेकिन महिला आयकर छापे और इसे वैध नहीं कर पाने के डर से पैसा लेने से खुद ही मुकर गयी.

केस-2 : एक अधिकारी ने सेवानिवृत्ति से मिलनेवाली राशि को राजधानी में मकान खरीदने के लिए अपने दो बेटों के बीच 30-30 लाख रुपये में बांट दिया. मकान बेचनेवाले बिल्डर ने भी सरकारी कर की चोरी और खरीद-बिक्री के खर्च से बचने के लिए खरीदारों को 60 प्रतिशत राशि नकदी और 40 प्रतिशत राशि चेक के जरिये अदा करने का प्रस्ताव दिया. अपना-अपना सरकारी खर्च बचाने के लिए खरीदारों ने 60 प्रतिशत राशि नकदी में दे दी, जो अब प्रधानमंत्री की अचानक नोट बंद करने की घोषणा के बाद सफेद होने के बावजूद अपने आप ही कालेधन में बदल गयी.

केस-3 : एक अन्य महिला ने अपनी गाढ़ी कमाई के नोटों के बंडल को बड़े नोटों में तब्दील कराया, लेकिन बंदी के फैसले से महिला को ऐसा सदमा लगा कि उसकी मौत हो गयी. नोट बंदी के बाद एक दो स्थानों में दुकाने लूटने और मारपीट होने की भी खबरे हैं.

पांचवें दिन देश का हाल

रुपये बदलवाने की कतार में खड़े बुजुर्ग की मौत

सागर: मध्य प्रदेश के सागर में मकरोनिया स्थित एक बैंक में नोट को बदलवाने के लिए कतार में खड़े एक बुजुर्ग की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी. मृतक की पहचान विनय कुमार पांडे (69) के रूप में हुई है. वह शहर के दूरसंचार कॉलोनी में रहते थे तथा बीएसएनएल से सेवानिवृत्त थे. करीब आधा घंटे लाइन में खड़े रहने के बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ गया.

लोगों का धैर्य जवाब दिया

प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री की अपील के बावजूद लोगों का धैर्य जवाब दे गया है. लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरत के लिए नकदी पाने के वास्ते लंबी लाइनों में खड़े होकर प्रतीक्षा करते रहे. कई बैंकों के एटीएम काम नहीं कर रहे और कई स्थानों पर बैंक शाखाओं में नकदी समाप्त होने से परेशानी रही. रविवार का दिन होने पर भी लोग किसी भी हालत में कुछ नकदी प्राप्त करना चाहते थे, क्योंकि सोमवार को देश के कई हिस्सों में अवकाश रहेगा.

कालेधन पर सबसे बड़ा वार: 500-1000 के नोट हुए बेकार

असर

नक्सली गतिविधियां रुकेगी

नोटबंदी का असर नक्सली गतिविधियों पर भी पड़ सकता है. नक्सलियों के डंप में रखे करोड़ें रुपये के कचरे में बदलने की संभावना है. ऐसे में नक्सली हमले की आशंका को देखते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बैंकों और एटीएम की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.

कपड़ा कारोबार पर ग्रहण

नोटबंदी के बाद कपड़ों की खरीद-फरोख्त में भारी कमी आयी है. शादियों के मौसम में यह कारोबार हर साल शबाब पर रहता है, लेकिन इस बार बाजार में रौनक नहीं है. नोटबंदी के चलते बाजार में नकदी का प्रवाह रुकने से कपड़ों का कारोबार बुरी तरह गिरा है.

रेस्तरां कारोबार भी चौपट

नोटबंदी का असर रेस्टोरेंट और होटल पर भी दिख रहा है. लोगों के पास नकदी की कमी होने से वे रेस्तरां और होटल में खाने के लिए नहीं जा पा रहे हैं. हालांकि, अनेक रेस्टोरेंट अपने ग्राहकों से ऑनलाइन भुगतान का आग्रह कर रहे हैं.

सख्ती

नकली नोट जमा करने गयी महिला अरेस्ट

मलप्पुरम: मलप्पुरम जिले के कोंडोट्टी स्थित एसबीआइ की शाखा में बड़े नोट जमा कराने आयी एक 65 वर्षीय महिला को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से कथित तौर पर 37,000 रुपये की नकली मुद्रा जब्त की गयी. सभी नोट 1,000 रुपये के थे. महिला ने बताया कि उसके बच्चे खाड़ी देश से पैसे भेजे है.

बैंक कर्मचारियों से भिड़ गये लोग

मुजफ्फरनगर: सुजरु गांव में पुराने नोटों को नये नोटों से बदलने के दौरान बैंक कर्मचारियों पर पथराव करने और उनसे झगड़ा करने के लिए 100 से ज्यादा लोगों पर मामला दर्ज किया गया. झगड़ा होने से एक महिला समेत तीन लोग घायल हो गये हैं. पुलिस ने नाराज लोगों को समझा बुझाकर अलग किया.

कूड़े में मिला नोटों से भरा बैग

कोलकाता: दक्षिण कोलकाता के गोल्फग्रीन क्रॉसिंग के पास एक कूड़ेदान में 500 और 1000 के फटे नोटों से भरे दो बैग मिले. पुलिस ने दोनों बैग को जब्त कर इसकी जांच कर रही है कि यह नोट असली है या नकली. साथ ही लालबाजार की एसटीएफ की टीम को भी फटे नोटों का नमूना भेजा जायेगा.

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