नयी दिल्ली : नोटबंदी के खिलाफ आज बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक विरोध मार्च का नेतृत्व किया, जो राष्ट्रपति भवन तक गयी. इस मार्च में तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, अकाली दल, नेशनल कांफ्रेंस और आम आदमी पार्टी के नेता शामिल थे. विरोध करने वालों में एनडीए के दो दल शिवसेना और अकाली दल भी शामिल हैं.
नोटबंदी का विरोध मार्च राष्ट्रपति भवन जाकर समाप्त हुआ. यहां ममता ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हम इस निर्णय के खिलाफ कार्यस्थगन प्रस्ताव लाने वाले हैं. उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पहले वित्त मंत्री रह चुके हैं, इसलिए वे अच्छे से जानते हैं कि अभी क्या स्थिति है. वे जरूर स्थिति को सामान्य करवाने की ओर पहल करवायेंगे.
We've requested the President to speak to Govt and decide on this and bring back normalcy in the country: Mamata Banerjee #demonetisation
— ANI (@ANI) November 16, 2016
President was once the Finance Minister, & knows country's situation better than anyone else,he will take appropriate action:Mamata Banerjee pic.twitter.com/B9Jk76nNcI
— ANI (@ANI) November 16, 2016
Our party will move adjournment motion in Lok Sabha: Mamata Banerjee #DeMonetisation pic.twitter.com/vPwtOyky5G
— ANI (@ANI) November 16, 2016
उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में अव्यवस्था का माहौल है. गरीब परेशान हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पहले एटीएम का अर्थ होता था, आल टाइम मनी पर अब यह हो गया है आयेगा तब मिलेगा.