नोटबंदी पर हंगामे के बाद दोनों सदनों की कार्रवाई कल तक के लिए स्थगित

नयी दिल्ली : नोटबंदी के मुद्दे को लेकर समूचा विपक्ष सरकार के खिलाफ लामबंद नजर आ रहा है. संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष के तेवर आक्रामक हैं. गुरुवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत भी हंगामेदार रही. बड़े नोटों को अमान्य करने के मोदी सरकार के निर्णय के मुद्दे पर आज लोकसभा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2016 12:27 PM

नयी दिल्ली : नोटबंदी के मुद्दे को लेकर समूचा विपक्ष सरकार के खिलाफ लामबंद नजर आ रहा है. संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष के तेवर आक्रामक हैं. गुरुवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत भी हंगामेदार रही. बड़े नोटों को अमान्य करने के मोदी सरकार के निर्णय के मुद्दे पर आज लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने काफी हंगामा किया, जिसके कारण दोनों सदनों की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी.

आज विपक्ष नोटबंदी पर चर्चा चाहता था, हालांकि सरकार भी चर्चा के लिए तैयार थी, लेकिन कार्यस्थगन के खिलाफ थी. सरकार की ओर से कहा कि यह कदम कालाधन, भ्रष्टाचार और जाली नोट के खिलाफ उठाया गया है और वह नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है हालांकि विपक्षी दल कार्यस्थगित करके चर्चा कराने की मांग पर अडे रहे. इस विषय पर अपनी मांग के समर्थन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल, अन्नाद्रमुक के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. हंगामा होते देख स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी.

क्या है नियम 193 और 56

विपक्ष नियम 56 पर चर्चा कराने की मांग कर रहा है जबकि सरकार चर्चा नियम 193 के तहत कराने पर अड़ गई है. यहां आपको बतातें चलें कि नियम 56 में चर्चा के बाद वोटिंग होती है अत: कोई भी सत्तारुढ दल यह नहीं चाहता कि ऐसे नियमों पर सदन में चर्चा करायी जाए जबकि नियम 193 में केवल सदन में चर्चा होगी. इस नियम के तहत वोटिंग का प्रावधान नहीं है.

सुबह से ही लोकसभा में हंगामा

आज सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस, तृणमूल, वाम दलों ने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य करने के कारण आम लोगों को हो रही परेशानियों और इस निर्णय को कथित तौर पर चुनिंदा लीक करने का मुद्दा उठाया और कार्यस्थगित करके तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग की. संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार, कालाधन और जाली नोट को खत्म करने और इसके उपर पनपने वाले आतंकवाद को खत्म करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है और इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने यह पहल की है. उन्होंने कहा, ‘‘ हम इस विषय पर चर्चा कराने को तैयार हैं. विपक्ष इस पर कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया है. भारत सरकार इस पर नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है. पूरी जनता मोदी सरकार के इस निर्णय के साथ है. हम चर्चा को तैयार है.

नियम 56 पर अड़ा विपक्ष

लोकसभा में अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि सरकार चर्चा कराने को तैयार है. क्या आप चर्चा करना नहीं चाहते. लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि हमने नियम 56 के तहत कार्यस्थगन का नोटिस दिया है. सभी दल चाहते हैं कि इस पर कार्य स्थगित करके चर्चा करायी जाए. मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि हमने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य करने के निर्णय के कारण आम लोगों, किसानों, छोटे कारोबारियों को होने परेशानियों और आर्थिक संकट एवं इसे लीक करने के विषय के तहत नोटिस दिया है. और इस पर तत्काल चर्चा शुरू करायी जाए.

लोकसभा में प्रधानमंत्री जवाब दो जैसे नारे लगे

तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि हमारी पार्टी ने इस मुद्दे पर कार्यस्थगन का नोटिस दिया है. इसके कदम के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. इसके कारण आम लोग, गरीब लोग काफी परेशान हैं. उन्होंने कहा कि इस निर्णय पर रोक लगाई जाए. हम सभी भ्रष्टाचार के खिलाफ है और हम सब को मिलकर इससे निपटना है. राजद के जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि सरकार के इस निर्णय के कारण गरीब लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. माकपा के मोहम्मद सलीम ने कहा कि नोटबंदी के कारण लोग परेशान है. इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा करायी जाए. अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने एक बार फिर सदस्यों से कहा कि सरकार चर्चा कराने को तैयार है. आप अपने स्थान पर जाएं. कांग्रेस, तृणमूल सदस्य प्रधानमंत्री जवाब दो जैसे नारे लगाते रहे. हालांकि सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा. अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही चलायी.

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