करीब चार माह बाद घाटी में वापस पटरी पर लौट रही है जिंदगी
श्रीनगर : अलगाववादियों द्वारा सप्ताहांत में हडताल में छूट दिये जाने से शहर और कश्मीर के अन्य हिस्सों में कार्यालय, दुकान और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान आज खुले और 133 दिन के बंद के बाद घाटी में जनजीवन वापस पटरी पर लौटता हुआ दिखा. घाटी में पिछले कुछ सप्ताह से स्थिति आम तौर पर शांतिपूर्ण रही […]
श्रीनगर : अलगाववादियों द्वारा सप्ताहांत में हडताल में छूट दिये जाने से शहर और कश्मीर के अन्य हिस्सों में कार्यालय, दुकान और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान आज खुले और 133 दिन के बंद के बाद घाटी में जनजीवन वापस पटरी पर लौटता हुआ दिखा. घाटी में पिछले कुछ सप्ताह से स्थिति आम तौर पर शांतिपूर्ण रही है. हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के आठ जुलाई के एक मुठभेड़ में मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच कई दौर की झड़पें हुईं. इन हिंसक घटनाओं में 86 लोगों की मौत हुई और 5000 सुरक्षाकर्मियों समेत कई अन्य घायल हो गये.
हिंसक झडपों की शुरुआत के बाद पहली बार आज सुबह दुकान, कार्यालय, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप खुले. जहां कुछ ने अलगाववादियों की परवाह किये बिना पहले ही दुकान खोलना शुरू कर दिया था वहीं कुछ दुकानें हडताल से छूट मिलने पर कुछ देर के लिए खुलती थीं.ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में सड़कों पर बहुत अधिक यातायात देखने को मिला क्योंकि सार्वजनिक परिवहन के पूरी तरह चालू होने के बाद लोग अपने दैनिक गतिविधियों के लिए आज बाहर निकले. यातायात प्रबंधन के लिए अधिकारियों ने अधिक संख्या में यातायातकर्मियों की तैनाती की है.
लोगों के सामान्य जीवन फिर से शुरु करने की इसी तरह की खबरें घाटी के अधिकतर अन्य जिला मुख्यालयों से भी मिल रही हैं.दसवीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के बाद घाटी में जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है. अधिकारियों ने कल रात पोस्टपेड नंबरों पर मोबाइल इंटरनेट सेवा फिर से बहाल कर दी. हालांकि प्रीपेड नंबरों पर इस तरह की सेवा अब तक चालू नहीं की गई है और उसे फिर से बहाल किये जाने के बारे में कोई घोषणा भी नहीं की गयी है.अलगाववादी साप्ताहिक हडताल कार्यक्रम जारी कर रहे हैं. उन्होंने पहली बार आज से दो दिन के लिए हडताल में छूट की घोषणा की.