बालेश्वर : भारत ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम स्वदेशी पृथ्वी दो मिसाइलों का आज एक के बाद एक त्वरित गति से दो बार सफल प्रक्षेपण किया. सेना ने यह परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित परीक्षण रेंज से किया. रक्षा सूत्रों ने बताया कि एकीकृत प्रक्षेपण रेंज (आईटीआर) के तृतीय परिसर के एक मोबाइल लॉन्चर से सुबह करीब नौ बजकर 35 मिनट पर सतह से सतह पर मार करने वाली दो मिसाइलों का एक के बाद एक त्वरित गति से सफल परीक्षण किया गया.
इन मिसाइलों की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है और वे 500 किलोग्राम से 1000 किलोग्राम तक वजनी आयुध ले जाने में सक्षम है. इससे पहले इसी परिसर से 12 अक्तूबर 2009 को इसी प्रकार का दोहरा परीक्षण किया गया था. उस समय भी दोनों परीक्षण सफल रहे थे. उन्होंने कहा कि इस मिसाइल में दो तरल प्रणोदक इंजन लगे हैं. एक रक्षा वैज्ञानिक ने बताया कि इन मिसाइलों को उत्पादन भंडार से चुनिंदा आधार पर चुना गया था.
अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों की निगरानी में विशेष रूप से गठित सामरिक बल कमान (एएफसी) ने प्रक्षेपण की संपूर्ण गतिविधियां कीं. सूत्रों ने बताया कि मिसाइल के मार्ग पर ओडिशा के तट पर स्थित टेलीमेटरी स्टेशनों, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणालियों और डीआरडीओ रडारों से नजर रखी गयी. रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारतीय सैन्य बलों में वर्ष 2003 में शामिल की गई नौ मीटर लंबी पृथ्वी 2 ऐसी पहली मिसाइल है जिसे डीआरडीओ ने एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत विकसित किया है.