कानपुर रेल हादसा: क्षमता से कहीं अधिक यात्री सवार थे ट्रेन में, ड्राइवर ने कहा- मैं बेकसूर

नयी दिल्ली : रविवार की सुबह कानपुर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस के बारे में कहा जा रहा है कि इसमें क्षमता से बहुत अधिक यात्री सवार थे. सैकड़ों यात्री ट्रेन के अंदर जनरल टिकट या फिर बिना टिकट यात्रा कर रहे थे. स्लीपर के कई यात्रियों का टिकट कंफर्म नहीं था, लेकिन वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2016 8:06 AM

नयी दिल्ली : रविवार की सुबह कानपुर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस के बारे में कहा जा रहा है कि इसमें क्षमता से बहुत अधिक यात्री सवार थे. सैकड़ों यात्री ट्रेन के अंदर जनरल टिकट या फिर बिना टिकट यात्रा कर रहे थे. स्लीपर के कई यात्रियों का टिकट कंफर्म नहीं था, लेकिन वे भी इसमें सवार हो गये थे. अंगरेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक इंदौर-पटना एक्सप्रेस में शनिवार के दिन लगभग 1200 लोग सवार हुए थे. वहीं एक दूसरे सूत्र का कहना है कि इससे कहीं ज्यादा यात्री इस ट्रेन में सफर कर रहे थे. यह आंकड़ा करीब पांच हजार भी हो सकता है. हादसे के बाद इंदौर, कानपुर या वाराणसी स्टेशन पर कई ऐसे लोग सामने आये, जिन्होंने कहा कि उनके परिजन इस ट्रेन में थे, जबकि उनका टिकट कंफर्म नहीं था.

ऐसे ही एक व्यक्ति हैं राजाराम. वह रविवार को इंदौर रेलवे स्टेशन पर अपनी बहन को खोजते नजर आये. राजाराम की बहन इंदौर-पटना एक्सप्रेस से रवाना हुई थी, लेकिन उनका टिकट कंफर्म नहीं था. इस वजह से राजाराम को बोगी के बारे में सही-सही पता नहीं था. राजाराम ने कहा, ‘वो 296 वेटिंग लिस्ट के साथ ट्रेन में मौजूद थीं, मैंने किसी एक कोच में उन्हें छोड़ा था. नहीं पता कि वो कहां हैं, कहीं कोच में उनकी मौत तो नहीं हो गयी. हेल्प डेस्क पर मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि ऐसे कई यात्री पूछताछ काउंटर पर आ रहे हैं, जिनके संबंधियों का ट्रेन में आरक्षण नहीं था. इससे साफ जाहिर होता है कि ट्रेन के भीतर ऐसे सैकड़ों यात्री और मौजूद थे, जिन्हें आरक्षण नहीं मिल सका था. .

टूटे ट्रैक से गुजरीं सात एक्सप्रेस ट्रेनें

इदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे के एक दिन बाद रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. मुरादाबाद-सहारनपुर रेलवे लाइन पर सोमवार की सुबह ट्रैक टूटी हुई पायी गयी. हालांकि पूरी रात इस लाइन से करीब सात एक्सप्रेस ट्रेनें गुजर गयीं. गनीमत थी कि एक गैंगमैन संदीप चौधरी की नजर इस पर गयी और अधिकारियों को सूचना दी.

ड्राइवर ने कहा, मैं बेकसूर

इस ट्रेन के ड्राइवर ने न्यूज चैनल आज तक से बातचीत में खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि मामले की जांच करने वाले अधिकारी बतायेंगे कि हादसे के लिए जिम्मेदार कौन हैं. उसने कहा कि मैं खुद जांच का हिस्सा हूं. जब ड्राइवर से कहा गया कि ट्रेन वही चला रहा था तो उसने जिम्मेदारी लेने से साफ इनकार कर दिया. यह पूछे जाने पर कि हादसे वाली रात क्या हुआ था, तो उसने बताया कि उसे कुछ महसूस नहीं हुआ. ड्राइवर ने बताया कि वह खुद इंजन से गिर गया था और उसे भी काफी चोटें आयी हैं. हादसे के बाद ड्राइवर सदमे में है. उसे भी चोट लगी है.

Next Article

Exit mobile version