नोटबंदी पर पीएम मोदी के फैसले पर सिब्बल ने उठाये कई सवाल, बोले – करेंसी छापने में लगेंगे छह महीने
नयी दिल्ली:नोटबंदी के बाद सरकार की अधूरी तैयारी को लेकर सवाल उठाते हुए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि करेंसी छापने के लिए छह महीने समय लगेंगे. सरकार बोल रही है कि 50 दिनों में स्थिति सामान्य हो जायेगी. उन्होंने कहा कि दोनों शिफ्टों में एक साल में 2012 करोड़ की […]
नयी दिल्ली:नोटबंदी के बाद सरकार की अधूरी तैयारी को लेकर सवाल उठाते हुए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि करेंसी छापने के लिए छह महीने समय लगेंगे. सरकार बोल रही है कि 50 दिनों में स्थिति सामान्य हो जायेगी. उन्होंने कहा कि दोनों शिफ्टों में एक साल में 2012 करोड़ की करेंसी छापी जाती है और देश की जरूरत 2203 करोड़ करेंसी की है. करेंसी के लिए चार प्रिंटीग प्रेस है. नासिक, देवास, मैसूर और सलबोनी चार जगह करेंसी की छपाईका काम होता है. एक लाख करोड़ रुपये की करेंसी बाजार में उतारी गयी है जबकि देश को 15 लाख करोड़ करेंसी की जरूरत है.
अब तक कितने नोट छापे गये हैं. 18 नवंबर तक सिर्फ एक लाख तीन करोड़ निकाले गये जबकि 33,000 करोड़ नोट बदले गये. आरबीआई ने कहा कि 2015-16 में 2203 करोड़ पांच सौ और हजार नोट छापे जाने थे. कपिल सिब्बल ने कहा कि नोटों के इश्यू ऑफिस मात्र 19 हैं. बैंक इतने कम समय में नोट कैसे ले पायेंगे.
कपिल सिब्बल ने कहा कि बहुमत के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में बोलने से डरते हैं. उन्हें अपने लोगों से डर हैं. प्रधानमंत्री पर हमलोगों का विश्वास नहीं है. वे भरोसे के लायक भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि 17 नवंबर तक नोटबंदी से 47 लोग मर चुके है लेकिन देश का चौकीदार बढ़िया से सो रहा है.
कपिल सिब्बल ने प्रेस कान्फ्रेंस में प्रधानमंत्री को घेरते हुए कहा कि आज स्थिति यह है कि प्रधानमंत्री संविधान पर किताब का विमोचन करते है, लेकिन संविधान के साथ गरिमा का व्यवहार नहीं करते हैं. जब प्रधानमंत्री संसद में पहली बार आये थे तो सिर झुकाया था और कहा कि यह एक मंदिर है. प्रधानमंत्री को संसद की गरिमा का ख्याल नहीं है.
कपिल सिब्बल ने कहा कि पीएम मे कहा कि नोटबंदी के बाद स्थितियां दो दिनों में सामान्य होजायेगी. क्या यह हुआ? वित्त मंत्री ने कहा स्थिति दो दिनों में सामान्य हो जायेगी…हुई?उन्होंने कहा कि पीएम ने घोषणा की थी कि लोकपाल लाया जायेगा. क्या लोकपाल लाया गया? सिब्बल ने पीएम पर ब्लैक मनी को लेकर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी जी ने 80 लाख करोड़ रुपये ब्लैक मनी वापस लाने की मांग की थी, कहां गये 80 लाख के वादे?
नोटबंदी की घोषणा पर पीएम को आड़े हाथों लेते हुएसिब्बलने कहा कि बीजेपी के पास पूरा समय था. उनके पास इस चीज को लेकर सारी सूचनाएं थी. उन्होंने कैश को डिपॉजिट किया और जमीन भी खरीद ली. क्या प्रधानमंत्री सोचते हैं कि सभी विपक्षी नेता के पास कालाधन है?फिर वो कहते हैं कि विपक्षी नेता चिंतित थेक्योंकि उनके पास पैसे को छिपाने का जगह नहीं है. ज्ञात हो कि नोटबंदी को लेकर सदन में विपक्षीपार्टियों ने प्रधानमंत्री से लगातार सदन में बयान देने की मांग की है.