कैप्टन और बादल मिल कर लड़ रहे हैं चुनाव : केजरीवाल
जालंधर : पंजाब में कैप्टन तथा बादल पर आपस में मिल कर चुनाव लडने का आरोप लगाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि दोनों दलों से उब चुकी सूबे की आवाम अब बदलाव चाहती है और इसलिए लोग आम आदमी पार्टी की ओर देख रहे हैं. जालंधर जिले के मेहतपुर इलाके […]
जालंधर : पंजाब में कैप्टन तथा बादल पर आपस में मिल कर चुनाव लडने का आरोप लगाते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि दोनों दलों से उब चुकी सूबे की आवाम अब बदलाव चाहती है और इसलिए लोग आम आदमी पार्टी की ओर देख रहे हैं.
जालंधर जिले के मेहतपुर इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘पंजाब की आवाम कैप्टन अमरिंदर सिंह (कांग्रेस) तथा (प्रकाश सिंह) बादल (शिअद) से उब चुकी है. इसलिए इस बार विधानसभा चुनावों में वह बदलाव चाहती है. यही कारण है कि यहां की आवाम का भरोसा और विश्वास आम आदमी पार्टी के प्रति बढता ही जा रहा है.’
केजरीवाल ने कहा, ‘‘लोगों को पता है कि कैप्टन और बादल परिवार ने बारी बारी से पंजाब को लूटने का ही काम किया है. इसलिए राज्य में अब बदलाव की हवा है और यह आप के समर्थन में है. क्योंकि हम जहां भी जाते हैं हजारों की संख्या में लोग हमें सुनने आते हैं. हम बहुत छोटे लोग हैं फिर भी लोग आ रहे हैं.’ आप संयोजक ने कहा, ‘‘पंजाब में कैप्टन (अमरिंदर सिंह) तथा बादल में सांठगांठ है और यही कारण है कि दोनों मिल कर प्रदेश में चुनाव लड रहे हैं. दोनों नेताओं में मिलीभगत है क्योंकि दोनों में समझौता हो चुका है कि प्रदेश को पांच साल कैप्टन लूटेंगे और पांच साल बादल और पिछले 15 सालों से दोनों ने मिल कर सूबे को जमकर लूटा है.’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आरोप लगाया, ‘‘वर्ष 2002 तक कैप्टन अमरिन्दर के पास घर की पुताई कराने तक के पैसे नहीं थे। फिर वह मुख्यमंत्री बने और जुलाई 2005 में उनकी पत्नी परनीत कौर तथा बेटे रणिंदर के नाम स्विस बैंक में खाता खुला और पंजाब को लूट कर उसमें जमकर रुपया जमा किया गया.
‘ कैप्टन की पत्नी और बेटे के स्विस बैंक खाते का नंबर लोगों को बताते हुए केजरीवाल ने दावा किया कि साल 2007 तक हर महीने उन खातों में पैसे जमा हुए हैं और अगर वह गलत कह रहे हैं तो कैप्टन उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवायें. केजरीवाल ने कहा, ‘‘वह (अमरिन्दर मुकदमा दर्ज) नहीं करवायेंगे क्योंकि उन्हें पता है कि यह 100 फीसदी सच बात है. बादलों के साथ उनकी सांठगांठ है इसलिए वह पकडे भी नहीं जायेंगे.
‘ उन्होंने कहा, ‘‘कैप्टन और बादल में मिलीभगत नहीं होती तो कैप्टन के खिलाफ सारे मामले बंद नहीं कर दिये जाते. मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से कह कर कैप्टन के खिलाफ कार्रवाई करवाते लेकिन ऐसा नहीं हो सकता है क्योंकि मोदी सरकार से पहले केंद्र की कांग्रेस सरकार ने बिक्रम मजीठिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी इसके बदले कैप्टन के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं होगी।’ इससे पहले केजीवाल ने दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनवायी और आप की सरकार बनने पर कैप्टन, बादल और मजीठिया को जेल भेजने की बात दोहराई. केजरीवाल ने इस दौरान दलित घोषणापत्र की भी बातें यहां दुहराई.