90 फीसदी किसानों ने नहीं पढ़ा नया कृषि कानून, फैलायी जा रही भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत : रामकुमार वालिया
90 percent farmers did not read the new agricultural law, the need to clear the misconceptions being spread : नयी दिल्ली : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ किसान संगठनों ने मंगलवार को कृषि भवन में बैठक की. बैठक के बाद इंडियन किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 90 फीसदी किसानों ने नये कृषि कानूनों को नहीं पढ़ा है. साथ ही कहा कि कानून ठीक है, लेकिन जो भ्रांतिया फैलायी जा रही हैं, उन्हें दूर करने की जरूरत है.
नयी दिल्ली : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ किसान संगठनों ने मंगलवार को कृषि भवन में बैठक की. बैठक के बाद इंडियन किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 90 फीसदी किसानों ने नये कृषि कानूनों को नहीं पढ़ा है. साथ ही कहा कि कानून ठीक है, लेकिन जो भ्रांतिया फैलायी जा रही हैं, उन्हें दूर करने की जरूरत है.
कानून ठीक हैं लेकिन जो भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं उनको दूर करने की जरूरत है, 90% किसानों ने कानून नहीं पढ़ा है। मेरा प्रदर्शनकारियों से आग्रह है कि आंदोलन में राजनीति हावी न होने दें: कृषि मंत्री के साथ बैठक के बाद चौधरी राम कुमार वालिया, इंडियन किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष pic.twitter.com/9FycU2719Z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 22, 2020
जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के बीच मंगलवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कृषि भवन में किसान संगठनों के साथ बैठक की.
बैठक के बाद उत्तराखंड के पूर्व मंत्री सह इंडियन किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी रामकुमार वालिया ने कहा कि कानून ठीक है. लेकिन, जो भ्रांतियां फैलायी जा रही हैं, उनको दूर करने की जरूरत है.
कृषि मंत्री के साथ बैठक के बाद चौधरी राम कुमार वालिया ने कहा कि उन्होंने कहा कि 90 फीसदी किसानों ने कानून नहीं पढ़ा है. मेरा प्रदर्शनकारियों से आग्रह है कि आंदोलन में राजनीति हावी नहीं होने दें.
वालिया ने कहा कि हमने कृषि कानूनों को विस्तार से पढ़ा है. यह किसानों के पक्ष में हैं. उन्होंने किसानों से गुमराह नहीं होने की अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि नये कृषि कानून बिचौलियों को हटायेंगे और किसानों को उनकी उपज बेचने के लिए विकल्प मुहैया करायेंगे.