जम्मू : उड़ी के बाद जम्मू के नगरोटा में मंगलवार को आतंकियों ने 16 कोर मुख्यालय के निकट सैन्य शिविर पर सबसे बड़ा फिदायीन हमला किया जिसमें दो अधिकारी सहित सात जवान शहीद हो गए. सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण सेना की सबसे बड़ी ऑपरेशनल नगरोटा कोर के मुख्यालय के पास पहली बार आतंकवादी हमला हुआ है. जम्मू संभाग की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली उत्तरी कमान की यह कोर न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ यहां जंग लड़ रही है बल्कि जम्मू से पुंछ तक फैली नियंत्रण रेखा की सुरक्षा का भी जिम्मा इनके पास है.
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उरी हमले के बाद से अबतक 27 जवान हुए शहीद, क्या भारत फिर करेगा सर्जिकल स्ट्राइक ?
जम्मू : उड़ी के बाद जम्मू के नगरोटा में मंगलवार को आतंकियों ने 16 कोर मुख्यालय के निकट सैन्य शिविर पर सबसे बड़ा फिदायीन हमला किया जिसमें दो अधिकारी सहित सात जवान शहीद हो गए. सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण सेना की सबसे बड़ी ऑपरेशनल नगरोटा कोर के मुख्यालय के पास पहली बार आतंकवादी […]
इधर, खबर है कि नगरोटा हमले को लेकर जांच कराई जा सकती है. सूत्रों की माने तो हमले का अलर्ट पहले जारी किया जा चुका था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उरी हमले के बाद से अबतक 27 जवान पाकिस्तानी फायरिंग व आतंकी हमले में शहीद हो चुके हैं. उरी हमले का बदला भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक के द्वारा लिया था अब ऐसे सेना नगरोटा में हुई शहादत का बदला लेने की तैयारी में है. कुछ दिन पहले ही रक्षा मंत्री कह चुके हैं कि यदि कोई हमारे देश की ओर बुरी नजर डालेगा तो उसकी आंखें निकालीकर हाथ में रख दिया जाएगा.
क्यों खास है16वीं कोर
नगरोटा में सेना की 166 तोपखाना ईकाई जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के पास स्थित है. यह ईकाई सेना की 16वीं कोर से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर है. 16वीं कोर ही जम्मू क्षेत्र में सेना के सभी अभियानों की जिम्मेदारी संभालती है.
निशाने पर था आयुध भंडार
बीएसएफ ने बताया कि आतंकियों के पास से 18 मैगजीन, 25 ग्रेनेड, तीन आइइडी बेल्ट, पांच चेन आइइडी और एक वायरलेस सेट मिला है. आतंकियों को इरादा प्रदेश में भीषण तबाही मचाने का था. तलाशी अभियान जारी है. आतंकियों के निशाने पर आयुध भंडार था.
जम्मू में अलर्ट घोषित, स्कूल बंद
पूरे जम्मू सिटी में अलर्ट घोषित कर दिया गया. सभी स्कूलों को बंद कर दिया है. नगरोटा में हमले में महाराष्ट्र पंढरपुर निवासी मेजर कुणाल गोसावी, नांदेड़ निवासी लांसनायक संभाजी यशवंत और कांस्टेबल राघवेंद्र कदम शहीद हो गये.
बाजवा के कमान संभालते ही…
जम्मू में दोनों आतंकवादी हमले ऐसे दिन हुए हैं जब पडोसी देश पाकिस्तान में वहां के नवनियुक्त सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कमान संभाली है. इससे ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच तल्खी और बढ सकती है.
इसके पहले जम्मू में
14 मई, 2002 : कालूचक स्थित सैनिक छावनी में आतंकी हमला 36 की मौत
22 जुलाई, 2003 : 08 शहीद
18 सितंबर, 2016 उड़ी आर्मी कैंप पर हमले में 19 शहीद
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