लोग अंगदान के लिए तैयार, सुविधाओं में सुधार की जरुरत : नड्डा
नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने आज मानव अंगों की मांग और आपूर्ति में अंतर को दूर करने के लिए मानव अंगों को निकालने एवं उनके प्रतिरोपण की सुविधाओं को सुधार कर बेहतरीन बनाने की वकालत की. नड्डा ने जोर दिया कि लोग अंगदान करने के इच्छुक हैं […]
नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने आज मानव अंगों की मांग और आपूर्ति में अंतर को दूर करने के लिए मानव अंगों को निकालने एवं उनके प्रतिरोपण की सुविधाओं को सुधार कर बेहतरीन बनाने की वकालत की. नड्डा ने जोर दिया कि लोग अंगदान करने के इच्छुक हैं लेकिन ऐसा करने के लिए समुचित चैनलों का अभाव है.
उन्होंने कहा ‘लोग अंगदान करने के लिए तैयार हैं. लेकिन हमें सुविधाओं में सुधार करना होगा. हमें अवसंरचना को मजबूत करना होगा, यह देखने के लिए क्षमता बढ़ानी होगी कि मानव अंग निकालने और उनका प्रतिरोपण करने का काम सही तरीके से हो रहा है. प्रतिरोपण के लिए मानव अंगों की मांग और आपूर्ति में बहुत बड़ा अंतर है.’
नड्डा ने कहा ‘आज अगर दो लाख गुर्दों की जरुरत है तो हम केवल 6000 से 7000 गुर्दे ही अंगदान से उपलब्ध करा पाते हैं. इसी तरह 30,000 जिगर की जरुरत है और हम केवल 1500 ही उपलब्ध करा पाते हैं. करीब 50,000 लोगों को हृदय के प्रतिरोपण की जरुरत है लेकिन हम केवल 100 लोगों की ही जरुरत पूरी कर पाते हैं.’ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा सातवें भारतीय अंगदान दिवस पर बोल रहे थे.
लोगों में जागरुकता जगाने की जरुरत पर जोर देते हुए नड्डा ने कहा कि ट्रामा सेंटर यूनिटों, आईसीयू केंद्रों और मानव अंग निकालने वाले ‘रिटरीवल सेंटर्स’ को उन अस्पतालों के साथ संबद्ध किया जाना चाहिए जहां प्रतिरोपण की सुविधा है.