पहले ही रिजर्व बैंक ने बढ़ा दी थी 500 के नोटों की आपूर्ति, फिर भी वेतन भुगतान में हांफ रहे बैंक

नयी दिल्ली : रिजर्व बैंक ने गुरुवार से सरकारी और निजी कंपनियों के वेतन के भुगतान को ध्यान में रखते हुए देश के तमाम बैंकों में एक सप्ताह पहले ही काफी मात्रा में 500 रुपये के नये नोटों कीआपूर्ति की थी. केंद्रीय बैंकों यह उम्मीद थी कि बैंकों में नये नोटों की आपूर्ति बढ़ा देने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2016 12:25 PM

नयी दिल्ली : रिजर्व बैंक ने गुरुवार से सरकारी और निजी कंपनियों के वेतन के भुगतान को ध्यान में रखते हुए देश के तमाम बैंकों में एक सप्ताह पहले ही काफी मात्रा में 500 रुपये के नये नोटों कीआपूर्ति की थी. केंद्रीय बैंकों यह उम्मीद थी कि बैंकों में नये नोटों की आपूर्ति बढ़ा देने पर गुरुवार से लोगों को अपना वेतन लेने में दिक्कत नहीं होगी. इसके बावजूद, देश के ज्यादातर बैंक अब भी नकदी के संकट से जूझते दिखाई दे रहे हैं.

नोटबंदी के बाद नकदी के संकट से जूझ रहे देश के बैंकों को उम्मीद है कि सरकार 500 के नये नोटों की छपाई को और तेज करेगी और आने वाले कुछ दिनों में नकदी की कमी को दूर किया जा सकेगा. बुधवार को सुबह से देश के तमाम बैंक नकदी की कमी से जूझते हुए लोगों को नकद भुगतान के लिए जूझते रहे.

देश के निजी बैंक इस समय नकदी की कमी के बीच लेन-देन कर रहे हैं और बैंकिंग क्षेत्र की ओर से उपलब्ध आंकड़े बता रहे हैं कि नोटों की आपूर्ति की तेजी में कमी आयी है. सूत्र बताते हैं कि रिजर्व बैंक के अधीन काम करने वाले मैसूर और सैलबनी और सरकार के अधीन कार्यरत नासिक और देवास की नोट छपाई प्रेस में दो पालियों और तीन पालियों में काम किया जा रहा है.सूत्रोंका कहना है कि इस समय सरकार का पूरा ध्यान नये नोटों की आपूर्ति बढ़ाने पर टिका है.

सूत्रों का कहना है कि बुधवार तक एटीएम के सामने लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं और उसमें नकदी का अभाव रहा, लेकिन अब इस तरह की समस्या नहीं रहेगी. पिछले कुछ दिनों से यह प्रयास किया जा रहा था कि सरकारी बैंकों द्वारा जहां सरकारी कर्मचारियों को एक या दो महीने में वेतन का भुगतान किया जाता है, उनके खातों में नकदी डाली जाये. इसके अलावा, सरकारी बैंकों में काफी संख्या में निजी कंपनियों के कर्मचारियों के भी खाते हैं.

एक आधिकारिक सूत्र का कहना है कि अन्य बैंकों में नोटों की आपूर्ति निश्चित रूप से बढ़ेगी. हम लोग 500 के नोटों को हवाई जहाज से भी पहुंचा रहे हैं. हालांकि, देश के बैंकों में शुरुआत में दिक्कतें होंगी, लेकिन एक-दो दिनों में सब ठीक हो जायेगा. बीते सप्ताह में रिजर्व बैंक ने नोटों की आपूर्ति को तेज करते हुए बैंकों को चार बार नकदी का भुगतान इसलिए किया था, ताकि गुरुवार तक बैंकों और एटीएम की स्थिति सामान्य हो जाये. इससे बैंकों के पास फंड उपलब्ध होने पर वे लोगों को उनकी तनख्वाह दे सकेंगे.

हालांकि, बैंकों में नकदी के संकट को देखते हुए देश के कुछ निजी बैंकों ने कंपनियों के खातों में फंड के भुगतान के लिए मोबाइल उपकरणों के इंतजाम किये हैं. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के एक अधिकारी का कहना है कि पिछले कई वर्षों से काफी मात्रा में एटीएम के जरिये वेतन प्राप्त किया जा रहा है. इस मामले में सावधानी बरतते हुए हमने सभी एटीएम में 2000 रुपये के नोटों को भर दिया है.

इसके विपरीत बुधवार तक कई बैंकों की शाखाओं में नकदी का अभाव बना हुआ था. यहां तक कि गांवों की बैंक शाखाओं से तो लोगों को नकदी का भुगतान भी नहीं किया गया. यह स्थिति तब है, जबकि रिजर्व बैंक की ओर से कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए बैंकों को पहले ही चार बार काफी मात्रा में नये नोटों की आपूर्ति की जा चुकी है.

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