काले धन का सबसे कड़ा कुबेर, 13 हजार 860 करोड़ रुपये का किया खुलासा, आयकर विभाग चकित
अहमदाबाद : कालेधन के खिलाफ भारत सरकार की कार्रवाई के बीच गुजरात के एक व्यवसायी ने खुद के पास 13,860 करोड़ ब्लैकमनी होने की बात कबूली है. अहमदाबाद के इस कारोबारी का नाम महेश शाह है. इन्होंने भारत सरकार की इनकम डेक्लेरश्न स्कीम के तहत अपने पास 13,860 करोड़ रुपये कालेधन की बात स्वीकारी है. […]
अहमदाबाद : कालेधन के खिलाफ भारत सरकार की कार्रवाई के बीच गुजरात के एक व्यवसायी ने खुद के पास 13,860 करोड़ ब्लैकमनी होने की बात कबूली है. अहमदाबाद के इस कारोबारी का नाम महेश शाह है. इन्होंने भारत सरकार की इनकम डेक्लेरश्न स्कीम के तहत अपने पास 13,860 करोड़ रुपये कालेधन की बात स्वीकारी है. यह स्कीम 30 सितंबर तक के लिए थी और उन्होंने अंतिम दिन देर रात में यह घोषाणा की. इसके लिए आधी रात को आइटी डिपार्टमेंट का दफ्तर खोला गया था.
सरकार के इस स्कीम के तहत कोई भी शख्स 30 फीसदी तक जुर्माना देकर अपनी ब्लैकमनी को व्हाइट मनी में तब्दील कर सकता था. महेश शाह को अपने घोषित कालेधन पर 30 नवंबर से पहले आयकर विभाग के पास 975 करोड़ रुपये की पहली किस्त जमा करनी थी, मगरमहेश शाह इस रकम को जमा करना भूल गये. अब उनकी तलाश की जा रही है.
इसके बाद से आयकर विभाग ने महेश शाह के खिलाफ खोजबीन शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि आयकर विभाग भी इस खुलासे से चकित है, क्योंकि आइडीएस के तहत देशभर में कुल 65 हजार 250 करोड़ कालेधन की घोषणाआयकरविभाग को प्राप्त हुई थी, जिसमें 13,860 करोड़ रुपये सिर्फ महेश शाह के पास हैं. जांच के बाद पता चला है कि महेश शाह ने अहमदाबाद के कई नामी-गरामी लोगों के कालेधन का अपने तरफ से कालाधन घोषित किया था. महेश शाह के सीए के दफ्तर की जांच की जा रही है. ऐसा समझा जा रहा है कि पूरी जांच के बाद अहमदाबाद के कई राजनेता, कारोबारी फंस सकते हैं.
उधर महेश शाह के सीए ने इस मामले में संवाददाता सम्मेलन कर अपनी ओर से सफाई दी है. उनके मुताबिक करीब 60 वर्ष के महेश शाह पिछले एक-डेढ़ साल से ही उनके संपर्क में थे. उन्होंने कहा कि शाह बेहद तेजतर्रार इनसान हैं. महेश शाह के सीए ने कहा कि उनका ज्यादातर कामकाज मुंबई वओडिशा मेंहै. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की आइडीएस के पहले मुझे शंका था कि उसके पास इतने पैसे हैं कि नहीं, क्योंकि पहली बार इतनी बड़ी रकम की घोषणा लेकर वह पास आये थे. सीए ने कहा कि वे आयकर विभाग को जांच में हर तरहकी मदद कर रहे हैं.