नयी दिल्ली : हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन आज से अमृतसर में शुरू हो चुका है. इस सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति संबोधित करेंगे. उत्तर प्रदेश में अपनी रैली को समाप्त कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अमृतसर पहुंच चुके हैं. मोदी के साथ-साथ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भी सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज शाम अमृतसर पहुंचे. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया.
इस सम्मेलन में 14 देशों के विदेश मंत्री जुटेंगे. सम्मेलन में इस बार आतंकवाद प्रमुख मुद्दा होगा और भारत पाकिस्तान को इस मुद्दे पर घेरने की कोशिश करेगा. इधर इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज अमृतसर पहुंच गये हैं. सम्मेलन में भाग लेने आये अन्य देश के प्रतिनिधियों ने स्वर्ण मंदिर में जाकर अपना मत्था टेका.
* अफगानिस्तान की बुनियादी सहायता के लिए भारत और इरान एक साथ : जावेद जरीफ
इरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कहा कि कुछ लोगों का सोचना है कि सीरिया में आतंकवादी एक दूसरे को मार देंगे, इस अल्पकालिक लाभ वाली सोच काम नहीं करेगी. उन्होंने कहा, अफगानिस्तान की बुनियादी सहायता के लिए भारत और इरान साथ मिलकर काम कर रहा है.
* प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने जालियांवाला बाग का दौरा किया
सम्मेलन में हिस्सा लेने आये विभिन्न देश के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने अमृतसर स्थित जालियांवाला बाग का दौरा किया.
ज्ञात हो कि यह सम्मेलन ऐसे वक्त हो रहा है जब भारत -पाकिस्तान के बीच रिश्ते तनावपूर्ण है.आतंवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ता काफी तनावपूर्ण है. भारत के विरोध के कारण पाकिस्तन में होने वाला सार्क सम्मेलन स्थगित कर दिया गया था इसके बाद पहली बार दोनोें देश कोई सम्मेलन में भाग ले रहा है. नगरोटा आतंकी हमले के बाद भारत ने एक बार फिर से पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता को निरस्त कर दिया है.
इस्लामाबाद में हुए पिछले हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन के अवसर पर दोनों देशों के बीच वार्ता शुरू करने पर सहमति हुई थी, लेकिन इस वर्ष जनवरी में पठानकोट हमले के कारण यह संभव नहीं हो सका, कश्मीर के घटनाक्रमों और उरी में सैनिक शिविर पर हमले के बाद दोनों देशों के संबंधों में और अधिक तनाव आ गया.
सरताज अजीज ने एक चैनल के साथ बातचीत में कहा था कि ‘अगर भारत चाहेगा, तो पाकिस्तान हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस के दौरान बातचीत करने के लिए तैयार है,’ लेकिन बातचीत में उन्होंने कश्मीर का राग फिर अलापा. उन्होंने कहा, ‘ कि दोनों देशों के बीच जो अभी के हालात हैं, वह पहले भी रहे. दहशतगर्दी का मसला एक है, लेकिन बुनियादी मसला वह कश्मीर का मसला है. कश्मीर मसले पर नतीजे तक पहुंचने वाली बात करना चाहते हैं.’
* 14 देश शामिल हैं हॉर्ट ऑफ एशिया में
इस संगठन में भारत के साथ पाकिस्तान, अफगानिस्तान, अजरबैजान, चीन, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं.