अमृतसर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आज इस पवित्र शहर में ‘हार्ट आफ एशिया ‘ सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने के बाद सबसे पहले स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका. मोदी और गनी हरमिंदर साहिब तक पहुंचने से पूर्व विरासत गलियारे से होकर गुजरे जिसको नए सिरे से संरक्षित किया गया है. हरमिंदर साहिब में हजारों लोगों ने उनका स्वागत किया जो वहां घंटों से खड़े उनका इंतजार कर रहे थे.
हरमिंदर साहिब को ही स्वर्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है. मंदिर परिसर को रंगीन लाइटों और फूलों से सजाया गया था तथा दोनों नेताओं को मंदिर परिसर के विभिन्न हिस्सों में ले जाया गया. गनी और मोदी ने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और ठंड के बावजूद उन्होंने वहां करीब 30 मिनट बिताए. मोदी ने स्वर्ण मंदिर में लंगर भी परोसा और इस दौरान गनी उनके साथ बने रहे. दोनों नेताओं को स्वर्ण मंदिर की 24 कैरेट सोने की प्रतिकृति, पांच पुस्तकों का एक सेट, सरोपा तथा शाल भेंट की गयी.
मोदी के स्वर्ण मंदिर के दौरे को कुछ वर्गो द्वारा पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व सिख समुदाय को लुभाने की कोशिश के रुप में देखा जा रहा है. इससे पूर्व , शाम को गनी की हवाई अड्डे पर विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने अगवानी की. गनी और मोदी कल संयुक्त रुप से हार्ट आफ एशिया मंत्री स्तरीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद दोनों के बीच एक द्विपक्षीय बैठक भी होगी.
* भारत, अफगानिस्तान के बीच हवाई माल परिवहन समझौता संभव
भारत अफगानिस्तान के साथ द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के उद्देश्य से हवाई मालवहन समझौता करने के करीब है. इससे भारत को इस युद्धग्रस्त देश में काम करने में मदद मिलेगी क्योंकि पडोसी मुल्क पाकिस्तान भारत-अफगान व्यापार समझौते के क्रियान्वयन के लिए अपनी जमीन के प्रयोग से लगातार इनकार करता रहा है.
यह मसला यहां आज से शुरू हुए दो दिवसीय ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी के बीच होने वाली द्विपक्षीय बैठक में सुलझाया जाएगा. ऐसी उम्मीद है कि कल इस समझौते को अंतिम रुप दे दिया जाएगा.