नयी दिल्ली : अमेरिका की प्रसिद्ध पत्रिका टाइम द्वारा हर साल दिये जानेवाले पर्सन ऑफ द ईयर के लिए हो रही ऑनलाइन वोटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी अव्वल रहे. इस दौड़ में पीएम मोदी ने बराक ओबामा, डोनाल्ड ट्रंप, व्लादिमिर पुतिन, शी जिनपिंग और दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों के दिग्गजों को पछाड़ दिया है. टाइम मैगजीन के रीडर्स ने पर्सन ऑफ द ईयर- 2016 के लिए सर्वे में मोदी को अब तक सबसे ज्यादा पसंद किया है हालांकि औपचारिक रूप से विजेता के नाम की घोषणा 7 दिसंबर को की जाएगी.
सर्वे कल रात पूरा हुआ और 18 फीसदी मतों के साथ मोदी इसमें विजेता के तौर पर उभरे. मोदी को मिले मत उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी ओबामा, ट्रंप और विकीलीक्स के संस्थापक जुलियन असांजे को मिले सात फीसदी मतों के मुकाबले उल्लेखनीय रुप से अधिक हैं. टाइम के मुताबिक मोदी इस साल की प्रख्यात शख्सियतों मसलन फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग (दो फीसदी) और अमेरिकी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन (चार फीसदी) से कहीं आगे रहे.
पर्सन ऑफ दी ईयर के नाम पर अंतिम फैसला टाइम के संपादक इस हफ्ते के अंत तक लेंगे हालांकि सर्वे के नजीते यह बताते हैं कि दुनिया इन शख्सियतों को किस तरह देखती है. ऑनलाइन सर्वे के मुताबिक मोदी वर्ष 2016 के सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्व के तौर पर उभर कर आए हैं. टाइम ने कहा कि रीडर सर्वे एक महत्वपूर्ण झरोखा है जो बताता है कि वर्ष 2016 में छाए रहने वाले व्यक्ति उनके मुताबिक कौन हैं.
मोदी ने यह सर्वे दूसरी बार जीता है. इससे पहले वर्ष 2014 में उन्हें पचास लाख मतों में से 16 फीसदी से ज्यादा मत हासिल हुए थे. लगातार चौथे साल वह ‘पर्सन ऑफ दी ईयर’ की दौड में शामिल हुए हैं. यह सम्मान हर साल उस व्यक्ति को दिया जाता है जिसने ‘‘अच्छी या बुरी वजह से सालभर हमारी दुनिया को प्रभावित किया और खबरों में छाया रहा.’ पिछले साल यह सम्मान जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल को मिला था.
टाइम ने सेप्टेंबर प्यू पोल के हवाले कहा कि हाल के महीनों में मोदी को पसंद करने वाले भारतीयों की उच्च रेटिंग देखने को मिली है.
#FLASH PM Narendra Modi has won the online reader’s poll for TIME magazine's Person of the Year, 2016.
— ANI (@ANI) December 5, 2016
यहां उल्लेख कर दें कि टाइम के संपादक उस व्यक्ति को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुनते हैं जो कि सर्वाधिक चर्चा में रहा हो या चल रहा हो. इसके लिए यह आवश्यक नहीं की वह सकारात्मक तौर पर चर्चा में रहा हो. यदि कोई नकारात्मकता के कारण भी चर्चे में रहा हो तो भी उसे पर्सन ऑफ द ईयर से नवाजा जा सकता है. इसके लिये वोटिंग की प्रक्रिया अपनायी जाती है.
यह चुनाव रीडर्स चॉइस से अलग हो सकता है.