..जब कर्ण सिंह ने दिया इंदिरा को पद छोड़ने का सुझाव
नयी दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने ‘‘प्रभावशाली महिलाओं’’ के साथ मुलाकात पर अपनी नयी किताब लिखी है जिसमें आपातकाल के बाद उनके तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पद छोड़ने का सुझाव देने और राष्ट्रपति पद के लिए रुक्मणि देवी अरुंडेल को नामांकित करने के मोरारजी देसाई के प्रस्ताव सहित कई रोचक बातों […]
नयी दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने ‘‘प्रभावशाली महिलाओं’’ के साथ मुलाकात पर अपनी नयी किताब लिखी है जिसमें आपातकाल के बाद उनके तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पद छोड़ने का सुझाव देने और राष्ट्रपति पद के लिए रुक्मणि देवी अरुंडेल को नामांकित करने के मोरारजी देसाई के प्रस्ताव सहित कई रोचक बातों का जिक्र है.
‘‘मीटिंग विद रिमार्केबल वूमन’’ शीर्षक वाली इस किताब में दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, एडविना माउंटबेटन, विजय लक्ष्मी पंडित, एम एस सुब्बुलक्ष्मी, हेलेन केलर और गायत्री देवी जैसी कई प्रभावशाली महिलाओं के व्यक्तित्व की झलक मिलती है.दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर लिखे अध्याय में कर्ण सिंह ने आपात काल का जिक्र किया है. उन्होंने कहा है कि 12 जून 1975 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले में तत्कालीन प्रधानमंत्री को कदाचार के दो मामलों में दोषी ठहराया गया और उनका लोकसभा के लिए चुनाव अमान्य घोषित कर दिया गया तब बहुत हंगामा मचा था.पालिम्प्सेस्ट द्वारा प्रकाशित इस किताब में सिंह ने कहा है ‘‘विपक्ष को उन पर हमला बोलने और सत्ता से हटाने का सुनहरा मौका मिल गया..पूरे देश में उथलपुथल मची थी.’’