छत्तीसगढ़ में सड़कों पर फेंका जा रहा कई टन टमाटर, किसानों को नहीं मिल रहा उचित दाम
रायगढ़ : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में किसानों ने कई टन टमाटर को सड़क पर फेंक दिया है. बाजार में टमाटर का उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण आक्रोशित किसानों ने चक्का जाम भी किया. राज्य के जशपुर जिले के पत्थलगांव में बुधवार सुबह सौ से अधिक आक्रोशित किसानों ने कई टन टमाटर सड़क पर […]
रायगढ़ : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में किसानों ने कई टन टमाटर को सड़क पर फेंक दिया है. बाजार में टमाटर का उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण आक्रोशित किसानों ने चक्का जाम भी किया. राज्य के जशपुर जिले के पत्थलगांव में बुधवार सुबह सौ से अधिक आक्रोशित किसानों ने कई टन टमाटर सड़क पर फेंककर चक्का जाम करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि फसल की सही कीमत नहीं मिलने के कारण टमाटर नष्ट करने का निर्णय लिया गया. स्थानीय व्यापारी सिंडीकेट बनाकर किसानों का शोषण कर रहे हैं. उन्हें व्यापारी 50 पैसे प्रति किलो में भी टमाटर नहीं खरीद रहे हैं.
जशपुर जिले की कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने किसानों के इन आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि कि नोटबंदी के कारण टमाटर नहीं बिक पाने से किसानों ने टमाटर सड़कों पर फेंका है. उन्होंने कहा कि इस साल टमाटर का उत्पादन ज्यादा होने के कारण स्थानीय बाजार में कीमत और मांग कम हुई है. जिला प्रशासन पड़ोसी राज्य ओड़िशा के बरगढ़ जिले के बाजार में टमाटर बिक्री की नयी संभावनाओं की जानकारी ले रहा है. शुक्ला ने स्थानीय निकायों को निर्देश दिया है कि वे फिलहाल टमाटर किसानों से स्थानीय कर और शुल्क न लें. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के समझाने के बाद किसानों ने चक्का जाम खत्म कर दिया है.
उधर, जशपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने बुधवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को ज्ञापन भेजकर किसानों को उचित मूल्य दिलाने का अनुरोध किया है. राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में धान की तरह टमाटर का समर्थन मूल्य घोषित करने और राज्य शासन द्वारा टमाटर खरीदने की प्रक्रिया शुरू की जाए.