नयी दिल्ली : बॉलीवुड के अभिनेता शाहरूख खान अपनी आने वाली फिल्म रईस की रिलीज से पहले रविवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के सुप्रीमो राज ठाकरे से रविवार को मुलाकात क्या किये, देश की राजनीति में ही उबाल आ गया. अभिनेता शाहरूख खान और मनसे सुप्रीमो के इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र सरकार की चौतरफा निंदा होने लगी. बॉलीवुड अभिनेता और राजनेता राज ठाकरे की इस मुलाकात के समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र की देवेंद्र फडनवीस सरकार पर हमला बोलते हुए इसे शर्मनाक बताया है. समाजवादी पार्टी के नेताओं ने फडनवीस सरकार पर वार करते हुए कहा है कि किसी फिल्म की रिलीज को लेकर राज ठाकरे से मुलाकात करने का सीधा मतलब यही है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस का अपने राज्य में कोई जोर नहीं चलता.
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबु असीम ने कहा कि इस मुलाकात से यही साबित होता है कि महाराष्ट्र में भाजपा सरकार की रीढ़ ही नहीं है. उसने राज ठाकरे को समानांतर सरकार चलाने की मौखिक आदेश दे रखा है. अबु असीम ने कहा कि राज्य की सरकार में राज ठाकरे के दबदबे की यह स्थिति तब है, जब मनसे का महाराष्ट्र में एक ही विधायक है. उनका कहना है कि अगर राज्य में मनसे के और विधायक होते, तो पता नहीं क्या होता. हालांकि, सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबु असीम ने शाहरूख खान पर सीधे कोई टिप्पणी नहीं की. उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं शाहरूख खान को दोषी नहीं मानता. चूंकि उन्हें अपनी फिल्म को रिलीज कराने की चिंता है, इसलिए उन्होंने राज ठाकरे से मुलाकात की.
बता दें कि मनसे के अध्यक्ष राज ठाकरे और शाहरुख की मुलाकात के बाद राज ठाकरे ने कहा था कि शाहरूख खान उन्हें यह बताने आये थे कि फिल्म के प्रमोशन के दौरान आयोजित कार्यक्रम में माहिरा मौजूद नहीं रहेंगी. उन्होंने बताया कि शाहरूख ने उन्हें फिल्म के ट्रेलर की रिलीज के दौरान भी माहिरा के उपस्थित नहीं होने की बतायी है. दरअसल, बीते सितंबर महीने में उड़ी में हुए आतंकवावदी हमले के बाद मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने पाकिस्तानी फिल्मी कलाकारों का विरोध करना शुरू कर दिया था. हालांकि, बाद में पार्टी ने शूटिंग हो चुकी फिल्मों का विरोध न करने का भी ऐलान किया था.