कर्नाटक में कालेधन को बना रहे थे सफेद, 93 लाख के नये नोटों के साथ सात चढ़े ईडी के हत्थे

बेंगलुरु : नोटबंदी के बाद प्रचलन से बाहर किये गये 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को अवैध तरीके से बदलवाने में शामिल रैकेट का पर्दाफाश करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक में कालेधन को सफेद कराने के मामले में जांच के तहत सात कथित बिचौलियों को गिरफ्तार किया है. ईडी ने इन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2016 10:48 AM

बेंगलुरु : नोटबंदी के बाद प्रचलन से बाहर किये गये 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को अवैध तरीके से बदलवाने में शामिल रैकेट का पर्दाफाश करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक में कालेधन को सफेद कराने के मामले में जांच के तहत सात कथित बिचौलियों को गिरफ्तार किया है. ईडी ने इन बिचौलियों के पास से 93 लाख रुपये के नये नोट भी बरामद किये हैं.

प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के के तहत सोमवार की देर रात एक सरकारी अधिकारी के संबंधी समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि इन लोगों के पास से 93 लाख रुपये के दो-दो हजार के नये नोट बरामद किये गये हैं. ईडी के अधिकारियों ने बताया कि इस मामले का खुलासा एक अन्य मामले की जांच के दौरान की गयी कार्रवाई के तहत हुआ है.

सीबीआई के दर्ज मामले की जांच के दौरान हुआ खुलासा

ईडी के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में आयकर विभाग ने हाल ही में 5.7 करोड़ रुपये के नये नोट बरामद किये थे. प्रवर्तन निदेशालय ने सीबीआई की ओर से दर्ज किये गये एक मामले के आधार में एक सरकारी इंजीनियर एवं अन्य के खिलाफ कालेधन का मामला दर्ज किया था. उन्होंने बताया कि कालेधन को सफेद बनाने के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने एक विशेष अभियान शुरू किया है. उन्होंने अवैध रूप से पुराने नोट बदलवाने वाले ग्राहकों के रूप में खुद को पेश किया और कथित बिचौलियों को कमीशन दिया. इसके बाद कथित बिचौलियों द्वारा अपनायी जा रही कार्यप्रणाली का खुलासा हुआ.

15 से 20 फीसदी कमीशन ले रहे थे बिचौलिये

अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने जांच में पाया कि ये कथित बिचौलिये 15 से 35 फीसदी के बीच कमीशन कथित रूप से ले रहे थे. ये बिचौलिये बैंक अधिकारियों की कथित मिली भगत से पुराने नोटों को अवैध रूप से नये नोटों में बदलने का गिरोह चला रहे थे. उन्होंने कहा कि एजेंसी को संदेह है कि कालेधन को सफेद धन में बदलने में शामिल बिचौलियों की एक शृंखला है. इस मामले की जांच जारी है.

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