मुंबई : एक 13 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार के मामले में महात्मा गांधी मिशन स्कूल, नेरूल की प्रिंसिपल सविता गुलाटी को प्रबंधन ने निलंबित कर दिया है, साथ ही नेरूल पुलिस ने उन्हें हिरासत में भी लिया है. पुलिस ने यह कार्रवाई तब की जब घटना का विरोध करते हुए लड़की के अभिभावक ने पांच घंटे का विरोध प्रदर्शन किया.
गौरतलब है कि सितंबर 29 तारीख को स्कूल के इंग्लिश टीचर हरिशंकर अवध शुक्ला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी, जिसमें उनपर यह आरोप लगाया कि उन्होंने कक्षा सात की एक लड़की के साथ रेप किया है. बलात्कार की यह घटना प्रकाश में तब आयी जब पीड़ित लड़की ने पेट दर्द की शिकायत अपने अभिभावकों से की.
उसके अभिभावकों ने जब उसकी मेडिकल जांच करायी तो पता चला कि लड़की गर्भवती है. केस दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने ना तो आरोपी को पकड़ा और ना ही स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई की. अंतत: घटना से आक्रोशित लड़की के परिजनों ने मंगलवार को स्कूल पहुंचकर प्रिसिंपल को निलंबित करने और आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग की.
इस प्रदर्शन में शिवसेना के सांसद राजन विचारे और एनसीपी वर्कर शामिल हुए. पीड़ित लड़की के परिजनों का आरोप है कि आरोपी शिक्षक शुक्ला जो कक्षा पांच, छह और सात के छात्र-छात्राओं को पढ़ाता था, वह उन्हें आपत्तिजनक और अश्लील तसवीरें दिखाता था.
कक्षा नौ और आठ के छात्र-छात्राओं का आरोप है कि उक्त शिक्षक उनसे कक्षा में आपत्तिजनक बातें करता था. बोर्ड पर सेक्स से संबंधित बातें लिखने को कहता था. अभिभावकों के आरोप के बाद सोमवार से सहायक पुलिस आयुक्त नितिन कौसिदकर मामले पर नजर रखे हुए हैं और उन्होंने प्रिसिंपल से घटना के बारे में पूछताछ शुरू कर दी है.