राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिल कर विपक्ष ने संसद नहीं चलने का ठिकरा नरेंद्र मोदी सरकार के सिर फोड़ा
नयी दिल्ली : विपक्ष के नेताओं ने आज संसद की कार्यवाही नहीं चलने का ठिकरा नरेंद्र मोदी सरकार के सिर पर फोड़ा. विपक्ष के नेताओं ने आज इस मामले को लेकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उन्हें नोटबंदी से जनता को हो रही परेशानी से अवगत कराया. विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति को […]
नयी दिल्ली : विपक्ष के नेताओं ने आज संसद की कार्यवाही नहीं चलने का ठिकरा नरेंद्र मोदी सरकार के सिर पर फोड़ा. विपक्ष के नेताओं ने आज इस मामले को लेकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उन्हें नोटबंदी से जनता को हो रही परेशानी से अवगत कराया. विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति को यह भी बतलाया कि सरकार नोटबंदी मामले को लेकर किसी भी नियम के तहत चर्चा को तैयार नहीं हुई और सदन का समय बरबाद किया.
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस सांसद व लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर राष्ट्रपति से बात हुई. हमने उनको जानकारी दी कि नोट बंदी के कारण किसान मजदूर से लेकर आम जनता को परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह सदन को चलने नहीं दे रहा है लेकिन बाद में हम किसी भी नियम के तहत चर्चा के लिए तैयार थे जिसके बाद भी इस मामले पर चर्चा होने से रोका गया.
खड़गे ने कहा कि नोटबंदी पर संसद में बहस से ही बात बनेगी. सरकार ने लोकतंत्र के उसूलों को नकारा है. तृणमूल सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने राष्ट्रपति से मुलाकात के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि हमने नोटबंदी से जनता को हो रही दिक्कत से राष्ट्रपति कोरू-ब-रूकरवाया. सरकार ने बिना तैयारी के नोटबंदी का फैसला लिया है. सदन में सरकार किसी भी नियम के तहत चर्चा को तैयार नहीं हुई.
जदयू सांसद शरद यादव ने कहा कि राज्यसभा में सरकार चर्चा को तैयार नहीं हुई. नोट बंदी पर चर्चा शुरू हुई और कई सांसदों ने अपनी बात रखी. हम चाहते थे कि प्रधानमंत्री चर्चा में भाग लें. उन्होंने कहा कि सरकार के नोटबंदी के फैसले से जनता परेशान हो रही है. मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है और किसानों की फसल खेतों में बरबाद हो रही है. इस फैसले का असर देश के 3.5 करोड़ सब्जी की खेती करने वाले किसानों पर पड़ा है.
आपको बता दें कि राष्ट्रपति से मुलाकात करने कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, लेफ्ट, जदयू के सांसद पहुंचे थे.वहीं, बसपा व सपा ने इससे दूरी बना ली.यहां उल्लेख कर दें कि पिछले दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया था कि उनके पास प्रधानमंत्री मोदी के बारे में व्यक्तिगत भ्रष्टाचार की जानकारी है, जिसे वे सदन में रखना चाहते हैं, लेकिन उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा है. संसद भवन परिसर में संवाददाता सम्मेलन में राहुल ने कहा था कि ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि मोदी जी इस बात से घबराये हुए हैं कि यदि मुझे बोलने दिया गया, तो मेरे पास ऐसी सूचनाएं हैं कि उनका गुब्बारा फट जायेगा. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी का फैसला गरीबों पर आघात है. इसलिए, प्रधानमंत्री की यह जवाबदेही है कि वे नोटबंदी के मुद्दे पर स्पष्टीकरण दें. सदन में बोलें.