मुंबई : महाराष्ट्र में भाजपा अध्यक्ष रावसाहेब दानवे ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिसको लेकर विवाद बढ़ गया है. दानवे पर औरंगाबाद के मतदाताओं को निगम चुनाव से एक दिन पहले रिश्वत लेने के लिए उकसाने का आरोप लगा है. दरअसल, रावसाहेब दानवे का एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसमें वह औरंगाबाद के मतदाताओं से वोट के बदले रिश्वत लेने की बात कहते दिखायी दे रहे हैं.
वीडियो के वायरल होने के बाद विरोधी पार्टियां दानवे पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा रही हैं. यहां उल्लेख कर दें कि रविवार को निगम चुनाव संपन्न हुआ है. वीडियो में वे कहते नजर आ रहे हैं कि चुनाव के एक दिन पहले ‘लक्ष्मी’ का ‘दर्शन’ होता है…. अगर आपके घर में ‘लक्ष्मी’ आती हैं तो वापस मत कीजिए, उनका स्वागत कीजिए….
राज्य चुनाव आयुक्त जेएस सहरिया ने जानकारी देते हुए कहा कि दानवे को मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है. वहीं ऐक्टिविस्ट अंजलि दमानिया और डॉक्टर विशंभर चौधरी ने भी दानवे के खिलाफ शिकायत दर्ज कर उनपर कार्रवाई करने की मांग की है.
कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता सोमवार को राज्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात करेंगे और दानवे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवायेंगे.
ऐसा माना जा रहा है कि दानवे ने रिश्वत के लिए ‘लक्ष्मी’ शब्द का प्रयोग किया था. इस शब्द का प्रयोग उन्होंने पैठन में हुई रैली में किया था जिसमें राज्य की महिला और बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे भी मौजूद थीं. आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब दानवे विवादों में घिरे हों.
इससे पहले बीती 25 नवंबर को भी निगम चुनाव कैंपेन के दौरान जलगांव में उनके भाषण को लेकर विवाद हो चुका है. जहां दानवे ने अपने भाषण में कहा था कि राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार है और अगर मतदाता भाजपाका समर्थन नहीं करेंगे तो उनके स्थानीय विकास के लिए राज्य और केंद्र सरकार की ओर से फंड उपलब्ध नहीं होगा.