तमिलनाडु में 170 करोड़ रुपये नकदी की जब्ती के मामले में व्यवसायी जे शेखर रेड्डी गिरफ्तार
नयी दिल्ली : व्यवसायी जे शेखर रेड्डी के चेन्नई स्थित आवास एवं कार्यालय पर आयकर की तलाशी मेें 127 किलोग्राम सोना और नोटबंदी के बाद 170 करोड़ रुपये नकदी जब्त किये जाने के बाद सीबीआइ ने व्यवसायी और उनके सहयोगी के श्रीनिवासुलू को गिरफ्तार कर लिया. सीबीआइ के सूत्रों ने बताया कि तमिलनाडु के मुख्य […]
नयी दिल्ली : व्यवसायी जे शेखर रेड्डी के चेन्नई स्थित आवास एवं कार्यालय पर आयकर की तलाशी मेें 127 किलोग्राम सोना और नोटबंदी के बाद 170 करोड़ रुपये नकदी जब्त किये जाने के बाद सीबीआइ ने व्यवसायी और उनके सहयोगी के श्रीनिवासुलू को गिरफ्तार कर लिया. सीबीआइ के सूत्रों ने बताया कि तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी आर एम राव के बेटे के साथ व्यवसायी के ताल्लुकात भी आयकर विभाग की जांच के घेरे में है और ऐसा माना जा रहा है कि ठेकेदार रेड्डी ने राज्य भर में खनन के ठेके हासिल करने में कथित तौर पर उनका सहयोग लिया.
आयकर विभाग आज राव के परिसरों की तलाशी ली जा रही है. सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने रेड्डी और उनके दो सहयोगियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के अलावा भादंसं के तहत आपराधिक साजिश रचने और धोखाधडी करने का मामला दर्ज किया है.
सूत्रों ने बताया कि यह आरोप लगाया गया है कि आयकर विभाग की तलाशी में रेड्डी और उनके सहयोगियों श्रीनिवास रेड्डी और प्रेम कुमार के पास से 170 करोड रुपये मिले, जिसमें 2000 रुपये के नये नोटों में 34 करोड़ रुपये जब्त किये. इसके अलावा 127 किलोग्राम सोना भी जब्त किया गया.
सीबीआइ का मामला चेन्नई में रेड्डी के आवास पर तलाशी के बाद नौ दिसंबर को वेल्लोर निवासी रिषि कुमार के टाटा ऐस वाहन से नये नोटों में 24 करोड रुपये की जब्ती सेजुड़ा है. सीबीआइ ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि रेड्डी और उनके सहयोगियों ने विभिन्न बैंकों के अज्ञात लोक सेवकों की मदद से अपने गैर-कानूनी धन को नये नोटों में बदलवाया और लोगों को उनके अधिकारों के इस्तेमाल से वंचित किया.