पणजी : तहलका संस्थापक तरुण तेजपाल ने गोवा पुलिस पर उस महत्वपूर्ण सबूत को छिपाने का आरोप लगाया, जो उनकी बेगुनाही को साबित करता है. 50 वर्षीय पत्रकार ने कहा कि उनकी बेगुनाही एक सीसीटीवी फुटेज से साबित हो सकती है जिसे जांच एजेंसी ने दबा दिया है.
उनके परिवार द्वारा ई-मेल के जरिए मीडिया को उपलब्ध कराये गए बयान में तेजपाल ने कहा कि उनके खिलाफ आरोप बेहद मिथ्या है. तेजपाल के खिलाफ कल यहां अदालत में 2846 पन्ने का आरोप पत्र दायर किया गया था. उन्होंने कहा, छेड़खानी की जांच की आड़ में राजनैतिक प्रतिशोध जो मेरे खिलाफ शुरु किया गया उसका निर्णायक प्रमाण आज जोरदार तरीके से प्रदान किया गया. उन्होंने कहा, मैं भयभीत हूं कि हम दक्षिणपंथियों के अंतर्निहित फासीवाद का शुरुआती संकेत देख रहे हैं जो अपने विरोधियों को सर्वाधिक कपटपूर्ण तरीके से निशाना बनाते हैं जिसमें सारे सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया जाता है.