चेन्नई : गिरिजा वैद्यनाथन को पी रामा मोहन राव के जगह पर तमिलनाडु का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया. यह फैसला कल आयकर विभाग की छापेमारी के बाद लिया गया है. राव ने इसी साल जून में तमिलनाडु के मुख्य सचिव का पदभार संभाला था. आपको बता दें कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी राममोहन राव के घर और दफ्तर पर तलाशी ली और अफसरों ने 48 लाख रुपये के नये नोट और सात किलोग्राम सोना जब्त करने का दावा किया. इसके अलावा करीब पांच करोड़ रुपये की अघोषित आय का खुलासा किया.
सरकार द्वारा आज जारी किए गए आदेश में कहा गया, ‘‘डॉ. गिरिजा वैद्यनाथन आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव भू प्रशासन आयुक्त को सरकार के मुख्य सचिव के रुप में स्थानांतरित एवं पदस्थ किया जाता है.” मोहन राव की पदस्थापना को लेकर तत्काल पता नहीं चल पाया है. आदेश में कहा गया कि वैद्यनाथन सतर्कता आयुक्त और प्रशासनिक सुधार आयुक्त के पद का पूर्ण प्रभार भी देखेंगी जो पूर्व में राव के पास था. आयकर विभाग ने तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में राव के बेटे और कुछ रिश्तेदारों के एक दर्जन से अधिक परिसरों पर छापे मारे थे. यहां अन्ना नगर स्थित उनके आवास पर भी छापे मारे गए थे. विभाग ने दावा किया कि छापों के दौरान 18 लाख रपये नकद और सोने की छडें बरामद हुईं हैं.
सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ के करीब 35 जवानों के साथ आयकर विभाग के करीब 100 अधिकारियों के दल ने बुधवार की सुबह छह बजे से छापेमारी शुरू की और मुख्य सचिव पी राम मोहन राव, उनके बेटे विवेक पापीसेत्ती और कुछ रिश्तेदारों के चेन्नई और आंध्र प्रदेश के चित्तूर स्थित ठिकानों समेत 15 जगहों पर तलाशी ली. आंध्र प्रदेश के चित्तूर में विवेक के ससुर के यहां भी तलाशी ली गयी.
ताजा कार्रवाई तमिलनाडु में जे शेखर रेड्डी समेत रेत खनन कारोबारियों के ठिकानों पर की गयी छापेमारी के बाद की गयी है. नौ दिसंबर को आयकर विभाग ने जे शेखर रेड्डी के चेन्नई स्थित आवास एवं कार्यालय पर आयकर की तलाशी में 127 किलो सोना और नोटबंदी के बाद 170 करोड़ रुपये नकदी जब्त किये थे. इस मामले में बुधवार को सीबीआइ ने रेड्डी और उनके सहयोगी के श्रीनिवासुलू गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद सीबीआइ ने यहां की अदालत में पेश किया, जहां से इन दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि तमिलनाडु के मुख्य सचिव पीआरएम राव के बेटे के साथ व्यवसायी के ताल्लुकात भी आयकर विभाग की जांच के घेरे में है. माना जा रहा है कि रेड्डी ने राज्य भर में खनन के ठेके हासिल करने में कथित तौर पर उनका सहयोग लिया. सीबीआइ ने रेड्डी और उनके सहयोगियों के श्रीनिवासुलू और प्रेम कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के अलावा भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक साजिश रचने और धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है.