जुगाड़ से सत्ता में वापसी चाहते हैं अखिलेश : भाजपा
नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती पर तीखा प्रहार करते हुए भाजपा ने कहा कि बबुआ अखिलेश यादव और बुआ मायावती” दोनों ने 15 वर्षो में उत्तरप्रदेश को बर्बाद कर दिया और अब पराजय तय देख अखिलेश यादव जुगाड से कांग्रेस एवं रालोद से गठबंधन कर सत्ता में वापसी की कवायद […]
नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती पर तीखा प्रहार करते हुए भाजपा ने कहा कि बबुआ अखिलेश यादव और बुआ मायावती” दोनों ने 15 वर्षो में उत्तरप्रदेश को बर्बाद कर दिया और अब पराजय तय देख अखिलेश यादव जुगाड से कांग्रेस एवं रालोद से गठबंधन कर सत्ता में वापसी की कवायद में लगे हैं.
भाजपा ने दावा किया कि इस बार उत्तरप्रदेश में विकासवाद के नाम पर चुनाव होगा और जनता ने अभी से भाजपा के पक्ष में जनादेश का मन बना लिया है. केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ‘‘ बबुआ अखिलेश यादव और बुआ मायावती” दोनों ने उत्तरप्रदेश को बर्बाद कर दिया. दोनों की सरकारों के दौरान कानून व्यवस्था नाम की चीज नजर नहीं आई. समाजवादी पार्टी की सरकार राज्य में जमीन और खनन माफिया पर लगाम लगाने में नाकाम रही है. ”
नकवी ने कहा कि ‘बुआ और बबुआ’, ‘चाचा और भतीजा’ का खेल बहुत हो गया. जनता इनसे उब चुकी है और राज्य की सत्ता में परिवर्तन चाहती है. उत्तर प्रदेश की जनता ने इस बार भाजपा को जनादेश देने का मन बना लिया है. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि इस बार का चुनाव किसी जाति, संप्रदाय या परिवारवाद के आधार पर नहीं बल्कि केवल ‘विकासवाद’ के नाम पर होगा.
क्योंकि 15 वर्षो से उत्तरप्रदेश को सबसे अधिक सुशासन और विकास की जरुरत है. उत्तरप्रदेश में अखिलेश यादव नीत सपा सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ एक तरफ अखिलेश यादव विकास का ढोल पीटते हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस और अजीत सिंह की राष्ट्रीय लोक दल से गठबंधन का जुगाड कर रहे हैं. ” शर्मा ने कहा, ‘‘अखिलेश यादव और सपा को जमीनी हकीकत का पता चल गया है और पराजय साफ दिख रही है. इसलिए पूर्ण बहुमत के मुख्यमंत्री जुगाड से सत्ता में वापसी की कवायद में लगे हैं. ”
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने आरोप लगाया कि केंद्र की योजनाएं नीचे तक नहीं पहुंच रही हैं और इसका उदाहरण प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना है जिसके लिए राज्य सरकार अभी तक एजेंसी तक तय नहीं कर पायी है. यह संवेदनहीनता का उदाहरण है. वहीं, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि नोटबंदी ने उत्तर प्रदेश में बबुआ अखिलेख यादव और बुआ मायावती दोनों को परेशान कर दिया है और दोनों को जनता को यह बताना चाहिए कि वे नोटबंदी से इतने परेशान क्यों हैं ? नकवी ने कहा कि नोटबंदी ने उत्तर प्रदेश में बबुआ और बुआ दोनों को परेशान कर दिया है.
नोटबंदी का बेतुका विरोध कर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी दोनों का ही चेहरा जनता के सामने बेपर्दा हुआ है. जिन लोगों का काला धन एक ही रात में रद्दी बन कर रह गया उनको नोटबंदी ने चिंता में डाल दिया। उन्होेंंने दावा किया, ‘‘ भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार को बनने से कोई नहीं रोक सकता. सिर्फ भाजपा ही उत्तर प्रदेश को तरक्की के रास्ते पर ले जा सकती है.”
श्रीकांत शर्मा ने दावा किया कि उत्तरप्रदेश में पूरी तरह से परिवर्तन की सुनामी है और जनता विकास, सुशासन और सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम भाजपा को जनादेश देने का मन बना चुकी है. उन्होंने कहा कि 2012 के बाद बहन मायावती को जनता ने खारिज कर दिया था क्योंकि उनके नेतृत्व वाली सरकार भ्रष्टाचार, घोटालों से बदनाम हो गई थी और बसपा शासन के दौरान 30 हजार से अधिक दलितों के उत्पीडन के मामले और दलितों की हत्याओं के मामले सामने आए थे.
शर्मा ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि अखिलेश यादव अपनी बुआ मायावती की विरासत को ही आगे बढा रहे हैं जबकि उनसे जनता ने अपेक्षा की थी कि वे अच्छा काम करेंगे. उत्तरप्रदेश में विकास के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दावे को सिरे से खारिज करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि अखिलेश के विकास की पोल तो राज्य में चिकनगुनिया केे फैलने पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की राज्य सरकार पर टिप्पणी से खुल जाती है.
गांव के स्कूलों में बच्चों को ब्लैकबोर्ड और टाटपट्टी तक नहीं उपलब्ध करा पाने पर भी अदालत ने राज्य सरकार के खिलाफ टिप्पणी की थी. श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘‘ अखिलेश यादव सरकार के विकास के दावे ‘हवा हवाई’ हैं जो केवल टीवी के विज्ञापनों में ही दिखते हैं जबकि इसकी जमीनी हकीकत अदालत की टिप्पणियों से ही स्पष्ट हो जाती है.”
उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में सबसे बडा मुद्दा कानून एवं व्यवस्था का है. अखिलेश यादव राज्य के मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के गृह मंत्री भी हैं और इसलिए वे अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं. क्योंकि आज बहन बेटियां स्कूल जाने से डर रही है, प्रदेश में जवाहर बाग और बुलंदशहर जैसी घटनाएं घट रही है.