हर हिंदू के होने चाहिये 10 बच्चे, भगवान रखेगा ध्यान : शंकराचार्य

नागपुर : आरएसएस द्वारा प्रोत्साहित तीन दिवसीय धर्म संस्कृति महाकुंभ ‘हिंदू बचाओ’ के संदेश के साथ रविवार कोनागपुरमें समाप्त हो गया. इस महाकुंभ में कई ऋषियों ने हिस्सा लिया. जहां हिंदुओं सेदस-दस बच्चे पैदा करने का आह्वान किया गया ताकि हिंदुओं की संख्या को बढ़ाया जा सके. इस दौरान राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की मांग भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2016 11:28 AM

नागपुर : आरएसएस द्वारा प्रोत्साहित तीन दिवसीय धर्म संस्कृति महाकुंभ ‘हिंदू बचाओ’ के संदेश के साथ रविवार कोनागपुरमें समाप्त हो गया. इस महाकुंभ में कई ऋषियों ने हिस्सा लिया. जहां हिंदुओं सेदस-दस बच्चे पैदा करने का आह्वान किया गया ताकि हिंदुओं की संख्या को बढ़ाया जा सके. इस दौरान राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की मांग भी उठायी गयी.

महाकुंभ में ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने हिंदुओं की संख्या पर चिंता जताते हुए कहा कि हर हिंदू के 10 बच्चे होने चाहिये. वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा, दो बच्चों के नियम को त्यागकरदस बच्चों के नियम का पालन करें. इसकी चिंता न करें कि उन्हें कौन पालेगा, भगवान आपके बच्चों का ध्यान रखेगा.उन्होंनेकहा, हिंदुओं को ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिये. गौर हाे कि विहिप के प्रवीण तोगड़िया भी इन दिनों बार-बार हिंदुत्व से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं.

साथ ही शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वतीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी गोहत्या पर वैसे ही तुरंत फैसला लेने को कहा जैसे नोटबंदी के मामले में लिया गया. वहीं, विहिप के प्रवीण तोगड़िया ने इस मौके पर बड़ा दुख जताते हुए कहा कि गोहत्या पर रोक लगाने पर कानून का रवैया टाल-मटोल वाला है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी इस मामले में प्रवीण तोगड़िया के विचारों के साथ सहमति जतायी.

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