बालेश्वर : लगभग 6000 किलोमीटर मारक क्षमता वाली भारत की अंतरमहाद्वीपीय और परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि-5′ का ओडि़शा के तट से सफल प्रायोगिक परीक्षण किया गया. डीआरडीओ सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) सूत्रों ने रविवार को बताया कि अग्नि-5 मिसाइल के चतुर्थ परीक्षण का रेंज समन्वय अपने आखिरी चरण में पहुंच गया है. वहीं आज इसका सफल परीक्षण किया गया. इस परीक्षण के बाद चीन भी भारत की जद में आ गया है.
#FLASH: Agni 5, India's longest range & indigenously developed nuclear capable missile, test launched off Odisha coast
— ANI (@ANI) December 26, 2016
सूत्रों ने बताया कि तीन चरणों वाले ठोस प्रणोदक मिसाइल का परीक्षण एकीकृत परीक्षण क्षेत्र (आईटीआर) के लांच कॉम्प्लेक्स-4 से मोबाइल लांचर से किया गया. लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम मिसाइल का यह चतुर्थ विकासात्मक और दूसरा कैनिस्टराइज्ड परीक्षण है. पहला परीक्षण 19 अप्रैल 2012 को किया गया था, जबकि दूसरा परीक्षण 15 सितंबर 2013, तीसरा परीक्षण 31 दिसंबर 2015 को इसी जगह से किया गया था.
क्या है खासियत
स्वदेश में विकसित सतह से सतह तक मार करने में सक्षम अग्नि-5 मिसाइल 5000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है. यह 17 मीटर लंबा, दो मीटर चौडा है और इसका प्रक्षेपण भार तकरीबन 50 टन है. यह एक टन से अधिक वजन के परमाणु आयुध को ढोने में सक्षम है.
अग्नि श्रृंखला की अन्य मिसाइलों के विपरीत ‘अग्नि-5′ सर्वाधिक आधुनिक मिसाइल है. नैविगेशन और मार्गदर्शन के मामले में इसमें कुछ नयी प्रौद्योगिकियों को शामिल किया गया है.