जानिये किसे आते हैं एक दिन में 72000 ब्लैंक कॉल

नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस को रोजाना औसतन 72,000 ‘‘ब्लैंक कॉल” आते हैं और इनमें कुछ लोग तो ऐसे हैं जो गलती से 50 बार से ज्यादा बार पुलिस नियंत्रण कक्ष का नंबर मिला चुके हैं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, फिलहाल ‘100′ नंबर के साथ-साथ ‘112′ नंबर का भी ट्रायल चल रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2016 7:19 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस को रोजाना औसतन 72,000 ‘‘ब्लैंक कॉल” आते हैं और इनमें कुछ लोग तो ऐसे हैं जो गलती से 50 बार से ज्यादा बार पुलिस नियंत्रण कक्ष का नंबर मिला चुके हैं.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, फिलहाल ‘100′ नंबर के साथ-साथ ‘112′ नंबर का भी ट्रायल चल रहा है, ऐसे में दोनों हेल्पलाइनों पर पुलिस को रोज औसतन 72,000 ब्लैंक कॉल आते हैं. पहले औसतन एक दिन में 27,000 फोन कॉल आते थे, जिनमें से करीब 40 प्रतिशत ब्लैंक कॉल होते हैं.
दिल्ली पुलिस ने फिलहाल ऐसे फोन करने वाले लोगों की सूची तैयार की है जो बार-बार फोन करके नियंत्रण कक्ष के कर्मचारियों को ‘‘परेशान” करते हैं. पुलिस ने यह सूची दूरसंचार विभाग और संबंधित जिलों के पुलिस उपायुक्तों के साथ साझा की है. अधिकारी ने कहा, इस सूची में ऐसे लोगों के नाम हैं जिन्होंने आपात नंबरों ‘100-112′ पर ‘‘बिना बात” चार बार या उससे ज्यादा बार फोन किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘एक दिन तो हमें 99,000 से ज्यादा ब्लैंक कॉल आए। पिछले कुछ सप्ताह में हमने इस फोन कॉल का विश्लेषण किया है और फोन करने वाले 67 लोगों की सूची तैयार की है जिन्होंने चार से ज्यादा बार कॉल किया है. हमने इसे दूरसंचार विभाग को भेजा है.” पीसीआर ईकाई ने कुछ ऐसे लोगों का पता लगाया है जिन्होंने ‘100 और 112′ पर करीब 70 बार या उससे ज्यादा कॉल किए हैं.
पुलिस ने उनका पता खोज निकाला है और उसे संबंधित पुलिस उपायुक्त के साथ साझा किया है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने इनमें से कई नंबरों पर फोन किया और उनमें से ज्यादातर ने कहा कि कॉल गलती से लग गया. उन्होंने एक या दो बार गलती से फोन किया होगा, लेकिन यह संभव नहीं है कि किसी ने 70-80 बार गलती से कॉल किया हो.”

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