फेसबुक पर नेताओं से पूछिए सीधे सवाल

कोलकाता: अब आप फेसबुक के माध्यम से नेताओं से सीधे सवाल पूछ सकते हैं क्योंकि आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नरेन्द्र मोदी, अरविन्द केजरीवाल, ममता बनर्जी, लालू प्रसाद यादव और अखिलेश यादव जैसे देश के कई शीर्ष नेता अगले महीने से अपने राजनीतिक एजेंडे पर चर्चा के लिए इस सोशल नेटवर्किंग साइट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2014 2:49 PM

कोलकाता: अब आप फेसबुक के माध्यम से नेताओं से सीधे सवाल पूछ सकते हैं क्योंकि आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नरेन्द्र मोदी, अरविन्द केजरीवाल, ममता बनर्जी, लालू प्रसाद यादव और अखिलेश यादव जैसे देश के कई शीर्ष नेता अगले महीने से अपने राजनीतिक एजेंडे पर चर्चा के लिए इस सोशल नेटवर्किंग साइट के मंच का इस्तेमाल करेंगे. फेसबुक की नई सेवा ‘फेसबुक टॉक्स लाइव’ की शुरुआत के साथ फेसबुक के उपयोगकर्ता 2014 लोकसभा चुनावों के महत्वपूर्ण राजनीतिक दावेदारों से सीधे सवाल पूछ सकते हैं.

फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर (भारत एवं दक्षिण एशिया) अंखी दास ने एक बयान में कहा, ‘‘ ‘फेसबुक टॉक्स लाइव’ के माध्यम से आप नरेन्द्र मोदी, अरविन्द केजरीवाल, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और लालू प्रसाद यादव से भारत पर शासन करने की उनकी नीति और उनकी प्राथमिकताओं एवं एजेंडे के बारे में सवाल-जवाब कर सकते हैं.’’ फेसबुक का इस्तेमाल करने वाले लोग आज से इस सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट के एक विशेष पेज पर राजनेताओं के लिए अपने सवाल डाल सकते हैं. प्रतिष्ठित पत्रकार मधु त्रेहान सत्र की मेजबानी करेंगी और फेसबुक उपयोगकर्ताओं की ओर से नेताओं से सवाल पूछेंगी जिसे वेबसाइट पर सीधा प्रसारण किया जाएगा और साथ ही इसे एक निजी टेलीविजन चैनल पर भी दिखाया जाएगा.

प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी इसके पहले मेहमान होंगे जिसका सीधा प्रसारण 3 मार्च को होगा. फेसबुक इस्तेमाल करने वाले लोग मोदी से अलग अलग मुद्दों पर उनका रुख, उनकी पार्टी की नीतियों और भारत के लिए उनके भविष्य के दृष्टिकोण के बारे सवाल पूछ सकते हैं. ऐसा अनुमान है कि भारत में हर महीने 9.3 करोड़ लोग फेसबुक पर सक्रिय रहते हैं.दास ने कहा कि फेसबुक ने हमेशा से इस बात पर ध्यान दिया है कि वह लोगों को चीजों को साझा करने की ताकत दे और दुनिया को अधिक खुला और आपस में जुड़ा हुआ बनाए. इससे लोगों के सक्रिय रुप से लगातार जुड़े होने की वजह से प्रचार दलों और नेताओं को लगा कि उन्हें इस माध्यम का इस्तेमाल करना चाहिए और इस तरह फेसबुक देश में राजनीतिक ढांचे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया. फेसबुक अधिकारी ने कहा कि सामाजिक संपर्क इस वेबसाइट के मूल्यों के मूल में है और राजनीति एवं चुनावों में यह मतदान व्यवहार एवं विचारों के संगठन को प्रभावित करने के लिहाज से भी महत्व रखता है.

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