राजनीतिक दलों के निशाने पर जयललिता

नयी दिल्ली: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने के फैसले के लिए राजनीतिक दलों के निशाने पर हैं. कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर ने कहा कि जयललिता के इस कदम से साबित हो गया है कि वह देश की प्रधानमंत्री बनने लायक नहीं हैं. अय्यर ने संसद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2014 6:26 PM

नयी दिल्ली: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने के फैसले के लिए राजनीतिक दलों के निशाने पर हैं. कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर ने कहा कि जयललिता के इस कदम से साबित हो गया है कि वह देश की प्रधानमंत्री बनने लायक नहीं हैं.

अय्यर ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि जयललिता इस फैसले से अगले चुनाव में फायदे की उम्मीद करती हैं. लेकिन इस फैसले से उन्होंने साबित कर दिया है कि वह देश की प्रधानमंत्री बनने लायक नहीं हैं.उन्हीं की पार्टी की सहयोगी महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने कहा कि यह राज्य सरकार के अन्याय का उदाहरण है. यह अत्यंत गलत फैसला है. किसी भी राज्य सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए.

जयललिता की आलोचना करते हुए कांग्रेस सांसद हनुमंत राव ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव को दिमाग में रखकर, वह उन लोगों को रिहा करना चाहती हैं, जिन्होंने राजीव गांधी की हत्या की. ऐसे में आम आदमियों के हत्यारों का क्या होगा.कांग्रेस की ही सांसद रेणुका चौधरी ने जयललिता के फैसले पर सवाल उठाया. इस बीच गांधी के हत्यारों की मौत की सजा उच्चतम न्यायालय द्वारा माफ करने के फैसले की चर्चा करते हुए जदयू प्रमुख शरद यादव ने कहा कि वह इससे सहमत नहीं हैं. न्यायिक प्रक्रिया में वक्त लगता है. सबके लिए एक कानून होना चाहिए चाहे वे अफजल गुरु जैसे दोषी हों या पंजाब के.

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