विस्फोट में मारे गए लोगों के रिश्तेदार खुद को पक्षकार बनाने पर विचार कर रहे
चेन्नई: राजीव गांधी की हत्या के लिए 1991 में हुए बम विस्फोट में मारे गए लोगों के कुछ रिश्तेदारों ने आज कहा कि हत्याकांड में संलिप्त सात दोषियों को रिहा करने के तमिलनाडु सरकार के फैसले के खिलाफ केंद्र की याचिका में वे खुद को पक्षकार बनाने पर विचार कर रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता वी […]
चेन्नई: राजीव गांधी की हत्या के लिए 1991 में हुए बम विस्फोट में मारे गए लोगों के कुछ रिश्तेदारों ने आज कहा कि हत्याकांड में संलिप्त सात दोषियों को रिहा करने के तमिलनाडु सरकार के फैसले के खिलाफ केंद्र की याचिका में वे खुद को पक्षकार बनाने पर विचार कर रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता वी नारायणन सहित पार्टी के स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे भी न्याय के हकदार हैं क्योंकि उनके करीबी लोग श्रीपेरम्बूर के पास हुए इस आत्मघाती हमले में मारे गए थे.
हमले में मारे गए कांग्रेस पदाधिकारी लीग मुनुसामी के बेटे लीग एम मोहन ने कहा कि हम अगली सुनवाई की तारीख छह मार्च के बाद खुद को पक्षकार के रुप में शामिल करेंगे.नारायणन ने कहा कि हम इस प्रक्रिया में उनकी सहायता करेंगे.पुलिसकर्मी एडवर्ड जोसेफ के भाई जॉन ने कहा कि उस रात जो कुछ हुआ था उसे वह भूल नहीं सकते.मोहन और जॉन दोनों लोगों ने संकेत दिया कि मुरुगन, संथन, पेरारिवलन और नलिनी सहित सात दोषियों को रिहा करने का राज्य सरकार का फैसला आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख कर किया गया होगा.
दक्षिण चेन्नई से कांग्रेस की एक महिला नेता के बेटे एस अब्बास ने कहा कि जब वह 10 साल के थे तब उन्होंने अपनी मां को खो दिया और उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि उन्होंने कुछ समय बाद अपने पिता को भी खो दिया.उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि वे :हत्यारे: कौन हैं. लेकिन मेरी मां वापस नहीं आने जा रही.’’ गौरतलब है कि इस हमले में राजीव के अलावा कुल 15 लोग मारे गए थे जिनमें से पांच लोग कांग्रेस से थे.