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मोदी के संबोधन को कांग्रेस ने कहा, निराशाजनक भाषण, एनसीपी ने कहा, बजट भाषण

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘‘निराशाजनक” भाषण के लिए उन्हें आडे हाथ लेते हुए कांग्रेस ने आज सवाल किया कि उन्होंने यह क्यों नहीं बताया कि सरकार नोटबंदी के जरिए पिछले 50 दिनों में कितने ‘‘लाख करोड़” का काला धन खत्म करने में कामयाब रही ? कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2016 10:01 PM
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘‘निराशाजनक” भाषण के लिए उन्हें आडे हाथ लेते हुए कांग्रेस ने आज सवाल किया कि उन्होंने यह क्यों नहीं बताया कि सरकार नोटबंदी के जरिए पिछले 50 दिनों में कितने ‘‘लाख करोड़” का काला धन खत्म करने में कामयाब रही ? कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है, लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कई अहम सवालों के जवाब नहीं दिए.
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीमान प्रधानमंत्री, लोग जानना चाहते थे कि पिछले 50 दिनों में आपने कितने लाख करोड़ का काला धन खत्म किया. आपने इस बारे में क्यों नहीं बोला ?” सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री के भाषण से निराश हैं क्योंकि कई सवालों के जवाब नहीं दिए गए. उनके फैसले से अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई. देश इस तरह नहीं चल सकता.” कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी से अपील की कि वह पैसे निकालने पर लगी सीमा में ढील दें. इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने कहा कि मोदी द्वारा राष्ट्र का संबोधन आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर दिया गया एक बजट भाषण था.
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने बताया, ‘‘संसद में बजट पेश करने की बजाय, मोदी ने टीवी पर अपने संबोधन में बजट भाषण दिया.” उन्होंने कहा, ‘‘यदि आतंकवाद और जाली नोटों पर लगाम लगाने के लिए बड़े नोट बंद किए गए थे, तो 2000 के नोट चालू करने का क्या मकसद है. मोदी इस सवाल का जवाब देने में नाकाम रहे. घोषित की गई ज्यादातर योजनाएं पहले से अस्तित्व में हैं.”
मलिक ने कहा, ‘‘मोदी ने सिर्फ नगद अंतरण की घोषणा की. प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि शहरों में नौ लाख और 12 लाख रुपये में मकान मिलते हैं क्या ? किसानों के मामले में, जहां दो फीसदी की ब्याज दर से फसल कर्ज दिया जाता है, तो ऐसे में चार फीसदी की सब्सिडी कैसे काम करेगी. यह चुनावों से पहले लोगों को प्रभावित करने के लिए किया गया है.”
कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा, ‘‘तथाकथित स्वच्छता अभियान में 125 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जानें चली गई और करोड़ों लोगों को मुश्किल में डाल दिया. लेकिन प्रधानमंत्री ने जान गंवाने वालों के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला.” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 50 दिनों का वक्त मांगा था, वो वक्त पूरा हो गया, लेकिन यह घोषणा नहीं की गई कि नगद निकालने पर लगाई गई बंदिशें कब वापस ली जाएंगी.
प्रधानमंत्री पर बरसते हुए सुरजेवाला ने कहा कि नोटबंदी ने नौकरियां छीन ली हैं, किसानों और कारोबारियों का नुकसान किया है और समाज के सभी तबके के लिए जिंदगी मुश्किल बनाई है, लेकिन प्रधानमंत्री के भाषण में उन्हें राहत पहुंचाने के बाबत एक शब्द नहीं बोला गया.
* यह बजट भाषण था : तिवारी, सलमान खुर्शीद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के नाम संबोधन पर कांग्रेस के दो अन्‍य नेताओं ने प्रतिक्रिया दिया है. कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता सुलमान खुर्शीद और मनीष तिवारी ने कहा, यह एक बजट भाषण था. तिवारी ने कहा, एक फरवरी को जब अरुण जेटली को बजट पेश करना है तब वह क्या करेंगे. वह तो पहले ही पेश कर दिया गया है. क्या यह संसद की अवहेलना नहीं है.

गौरतलब हो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के नाम अपने संबोधन में नोटबंदी के दौरान लोगों को हुई परेशानी चर्चा की, किसानों को, गरीब लोगों को आवास ऋण में छूट, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को नये साल का तोहफा दिया. दूसरी ओर उन्‍होंने कालाधन रखने वालों को चेतावनी दी और कहा, बेईमान लोगों को बख्‍सा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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