लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लखनऊ के रमाबाई आंबेडकर पार्क में कहा कि यूपी में विकास पिछले 14 साल से वनवास भोग रहा है. भाजपा कार्यकर्ताओं को जनता को राहत दिलाने के लिए चुनाव जिम्मेदारी के तौर पर लड़ना होगा. मोदी ने एक बार फिर ‘सबका साथ-सबका विकास’ का नारा बुलंद करते हुए प्रदेश की जनता का आह्वान किया कि वह जात-पात और अपने-पराये की भावना से ऊपर उठकर विकास के लिए भाजपा को वोट दे. पीएम ने परिवर्तन महारैली में कहा कि 14 साल पहले कल्याण सिंह, रामप्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह के नेतृत्व में रही सरकार को लोग आज भी याद करते हैं. मुद्दा भाजपा के वनवास का नहीं है, बल्कि मुद्दा है 14 साल के लिए यूपी में विकास का वनवास खत्म हो.
केंद्र का दिया पैसा इस्तेमाल करते, तो यूपी कहां चला जाता
यूपी को केंद्र एक लाख करोड़ सालाना दे रही है. ढाई साल में यूपी को ढाई लाख करोड़ दिये. केवल इसी राशि का उपयोग किया जाता, तो यूपी जाने कहां से कहां पहुंच जाता. विकास सपा सरकार की प्राथमिकता नहीं है. गन्ना किसान का भुगतान रुका है. किसान ने धान की पैदावार की, लेकिन राज्य सरकार ने उसकी खरीद की व्यवस्था नहीं की.
मैं कहता हूं भ्रष्टाचार हटाओ वो कहते हैं मोदी को हटाओ
नोटबंदी पर विरोधियों की एकजुटता पर वार करते हुए मोदी ने कहा कि कभी सपा बसपा को एक साथ देखा है. अगर सूरज निकलता है, तो सपावाला कहेगा कि निकल रहा है, मगर बसपावाला कहता है कि सूरज ढल रहा है. इतने साल बाद एक मुद्दे पर दोनों इकट्ठे हो गये. दोनों कह रहे हैं कि मोदी हटाओ. सड़क बनाने के लिए भी होती है राजनीति : मोदी ने शिकायती लहजे में कहा,‘बहुत पीड़ा हुई है मुझे. बनारस में अगर सड़क बननी हो, तो तराजू से तौला जाता था. फिर तय होता था कि रास्ता बने या नहीं. राजनीति में विरोध हो सकते हैं, शिकायत हो सकती है, लेकिन रास्ता बनाने में राजनीति नहीं होनी चाहिए. मेरे मंत्री कहते हैं कि केंद्र सरकार के धन से यूपी सरकार कुछ करती नहीं है.’
परिवर्तन करना है, लेकिन आधा-अधूरा नहीं
मोदी ने कहा कि मैं यहां आप लोगों से कहने आया हूं कि परिवर्तन आधा-अधूरा मत करना. भारी बहुमत से आप भाजपा को विजयी बनाएं. जनता गुंडों और माफियाओं से त्रस्त है. क्या हमें यह हालात मंजूर है. भाजपा ने यूपी की धरती पर जब सरकारे दीं, तो हालात सुधारकर दिखाया है. हम आपको सुख चैन की जिंदगी का वादा करते हैं.
मोदी उप्र के हैं, नहीं मानते लोग
लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश के हैं, ये बात लोग नहीं मानते. महारैली में शाह के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि शाह द्वारा मोदी से पहले भाषण में झकझोरने के बावजूद रैली की भीड़ मानने को तैयार नहीं दिखी कि मोदी यूपीवाले हैं. उनके बार-बार पूछने के बावजूद लोगों की प्रतिक्रिया शांत ही रही कि मोदी जी यूपीवाले हैं.’ रैली में भाड़े की भीड़ और टिकटार्थियों के जमावड़े के बावजूद मोदी की रैली भीड़ और भाषण के लिहाज से ‘फ्लाप’ रही. ‘
कांग्रेस, सपा और बसपा पर साधा अलग-अलग निशाना
कांग्रेस: एक दल ऐसा है जो अपने बेटे को स्थापित करने के लिए पिछले 15 साल से कोशिश कर रहा है, लेकिन अभी तक कहीं दाल गलती नहीं दिख रही.
बसपा: दूसरा दल इस चिंता में है कि पैसे कहां रखें. दूर-दूर के बैंक खोज रहा है.
सपा: तीसरा दल पूरी अपनी ताकत परिवार का क्या होगा, उसमें लगाये हुए है.