नयी दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज नोटबंदी के मुद्दे पर दिल्ली के तालकटोरास्टेडियम में जन वेदनासम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक पर करारा हमला बोला.उन्होंने कहा कि मोदी का नोटबंदी का फैसला अपरिपक्व था और इससे देश की आर्थिक रीढ़ टूट गयी. कांग्रेसउपाध्यक्ष राहुल गांधी नेयह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीके नेतृत्व में ढाई साल में भाजपा एवं संघ ने देश की संस्थाओं को कमजोरकर दिया. राहुलगांधी ने कहा कि इन्होंने अच्छे दिन का वादा किया था, लेकिन अच्छे दिन तभी आयेंगे जब कांग्रेस 2019में सरकार में फिर से वापस आयेगी. राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए नोटबंदी का सहारा लिया.
राहुल गांधी ने कहा कि देश की जनता समझती है कि किस ने अपने देश के लिएखून और आंसू बहाये हैं. राहुल गांधी ने कहा कि हमने 70 साल में इंस्टीट्यूशंस, ज्यूडीश्यरी, आइबीआइ, प्रेस की इज्जत की, लेकिन येकाममोदीजी एवं आरएसएस ने ढाई सालमें बंद कर दिये. उन्होंने कहा कि हम संस्थाओं को बनाकर रखेंगे. उन्होंने कहा किक्या देश को सिर्फ नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत चलायेंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि ढाई सालपहलेनरेंद्र मोदी सत्ता में आये और उन्होंने हिंदुस्तान को साफ करने का नारा दिया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने खुद झाड़ू पकड़ी अौर सबको पकड़ा दिया. भाजपा के सब नेताओं ने झाड़ गलत पकड़ा था, मोदीजी ने भी झाड़ू गलत ढंग से पकड़ा था. यह फैशन था, तीन-चार दिन चला फिरभूल गये. प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत काड्राम कायम रहा, उन्होंने मेक इन इंडिया व स्कील इंडिया का नारा दिया व इंडिया गेट पर योग किया.
प्रधानमंत्री के योगआसन पर कटाक्ष करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं बातें नोटिस करता हूं, उन्होंने बहुत योग किया, लेकिन पद्मासन नहीं किया.चीजेंछिपाईनहींजासकती,दिखजातीहैं. राहुल गांधी ने कहा कि मेरे योग गुरु ने बताया था कि जो योग कर सकता है, वह पद्मासन कर सकता है, लेकिन मोदी यह नहीं कर पाये.
राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदीका फैसला कर मोदीजी ने देश की आर्थिक रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल्स सेल्स60 प्रतिशत तकगिर गया है और हमलोग16 साल पीछे चले गये हैं. राहुल गांधी ने कहा कि विमुद्रीकरण एक बहानाहै, मोदी जी को पता लग रहा है कि योग, स्किलइंडिया, मेक इन इंडियाके पीछे नहीं छिप पायेंगे.
जन वेदना सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह,राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे सहित सभी प्रमुख नेता मौजूद हैं. इसमें पांच हजारप्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. इसमें मोदी सरकारकी ढाई साल की कथित विफलताओं पर उसे घेरने की कोशिश की जा रही है, जिसके केंद्र में नोटबंदी अहम मुद्दा है.