… अगर ऐसा हुआ तो रक्षा मंत्रालय से हट सकते हैं मनोहर पर्रिकर!
पणजी : आगामी विधानसभा चुनावों के बाद ‘बड़े बहुमत’ से गोवा में भाजपा के सत्ता बरकरार रखने को लेकर विश्वास जताते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने मुख्यमंत्री के सवाल पर सस्पेंस बरकरार रखा है. हालांकि कहा जा रहा है कि अगर गोवा में भाजपा की बड़ी जीत हासिल होती है तो फिर से मनोहर […]
पणजी : आगामी विधानसभा चुनावों के बाद ‘बड़े बहुमत’ से गोवा में भाजपा के सत्ता बरकरार रखने को लेकर विश्वास जताते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने मुख्यमंत्री के सवाल पर सस्पेंस बरकरार रखा है. हालांकि कहा जा रहा है कि अगर गोवा में भाजपा की बड़ी जीत हासिल होती है तो फिर से मनोहर पर्रिकर को गोवा का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि भाजपा बिना किसी मुख्यमंत्री उम्मीदवार के चुनाव में खड़ी है.
भाजपा की ओर से गुरुवार को 29 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया. 11 नामों का ऐलान अभी बाकी है. इस सूची में 18 वर्तमान विधायक हैं. इस सूची में गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर का नाम भी शामिल है. गोवा में भाजपा के चुनाव प्रभारी नितिन गड़करी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘भाजपा उम्मीदवारों की दूसरी सूची अगले दो दिनों में घोषित की जाएगी. मैं आश्वस्त हूं कि हमें पिछले चुनाव से ज्यादा सीटें मिलेगी. हम सरकार बनाएंगे.
मुख्यमंत्री के सवाल पर गोल-गोल घुमाते रहे गड़करी
गड़करी ने कहा, ‘अगले मुख्यमंत्री का फैसला लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा तय किया जायेगा.’ यह पूछे जाने पर केंद्र से कौन से नेता गोवा भेजे जा सकते हैं, गडकरी ने कहा, ‘नेताओं की कोई वहां कमी नहीं है. निर्वाचित प्रतिनिधि फैसला करेंगे कि कौन उनका नेता हो.’ खास तौर पर पूछा गया कि क्या पर्रिकर या नाईक (उत्तरी गोवा से सांसद) मुख्यमंत्री के तौर पर लाये जाएंगे, पूर्व भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘विधायकों द्वारा चुना गया कोई भी मुख्यमंत्री हो सकता है…केंद्र से भी.’ उन्होंने कहा, ‘यह चुनाव मनोहर पर्रिकर, लक्ष्मीकांत पारसेकर, श्रीपद नाईक और विनय तेंदुलकर (गोवा भाजपा प्रमुख) के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.’